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Seoul Halloween Stampede: दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में एक भयानक हादसा हुआ है. दरअसल हैलोवीन मनाने के लिए जुटी भीड़ में भगदड़ मचने के बाद 151 लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 से भी ज्यादा लोग घायल हैं. बताया जा रहा है कि हादसा सियोल के समयानुसार रात साढ़े दस बजे हुई, जबकि शाम 7 बजे से ही भीड़ इकट्ठी होनी शुरू हो गई थी.
रिपोर्टों के मुताबिक, भगदड़ मचने के बाद ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने, हार्ट अटैक आने और कुचले जाने के चलते हुई है.
दक्षिण कोरिया में आमतौर पर हैलोवीन का त्योहार बहुत बड़े स्तर पर नहीं मनाया जाता है. हादसा सियोल की इटाएवॉन डिस्ट्रिक्ट में हुआ, जो एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पार्टियों के लिए मशहूर जगह है. आमतौर पर शनिवार को वैसे भी इस जगह बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे होते हैं.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना के बाद यह इस इलाके में पहली मास गैदरिंग थी, जिसमें बिना मॉस्क के भी लोगों को आने की अनुमति थी. इसके चलते करीब एक लाख की भीड़ घटनास्थल पर इकट्ठा हो गई.
अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि भगदड़ का ट्रिगर प्वाइंट क्या रहा. लेकिन कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि शहर की मशहूर हैमिल्टन होटल के आसपास की पतली गलियों में लोग एक-दूसरे से गुत्थम-गुत्था हैं और निकलने की कोशिश कर रहे हैं.
इस बीच भगदड़ मचने के बाद स्थानीय प्रशासन ने सभी लोगों के मोबाइल पर मैसेज करते हुए कहा कि जितने जल्दी हो सके सभी लोग अपने घर लौट जाएं.
सियोल के योंगसान फायर डिपार्टमेंट के प्रमुख चोई सियोंग बियोम ने बताया कि आगे मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. अब तक गंभीर हालत में भर्ती लोगों की संख्या का अनुमान नहीं लगाया जा सका है. लेकिन इनमें से करीब 50 लोगों का इलाज दिल का दौरा पड़ने के लिए किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि ज्यादातर मृतक और घायल अपनी उम्र की तीसरे दशक में चल रही महिलाएं हैं और इनमें से ज्यादातर ने संकरी गली में एक नाइट क्लब के पास जान गंवाई.
इस बीच एक प्रत्यक्षदर्शी राफेल रशीन ने बीबीसी को बताया कि यह हादसा शाम करीब 7 बजे हुआ, घटना से तीन घंटे पहले ही लोग इकट्ठा होने शुरू हो गए थे. जैसे ही घटना हुई, लोगों हजारों की संख्या में भागने की कोशिश करने लगे. लोग फुटपाथ पर गिर रहे थे और लोग ऊपर से जा रहे थे. जिसे जहां जगह मिल रही थी, वह वहां से निकलने या बचने की कोशिश कर रहा था. किसी को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर हो क्या रहा है?
आमतौर पर हैलोवीन दुनियाभर में 31 अक्टूबर को मनाया जाता है. इस दौरान लोग कद्दू को अंदर से खोखला कर, उसमें आंखें और नाक-मुंह बनाते हैं और उसे मॉस्क की तरह उपयोग करते हैं. इस दौरान अलग-अलग तरह के कॉस्ट्यूम भी लोग पहनते हैं, साथ ही एक-दूसरे के साथ मजाक भी करते हैं-पार्टी करते हैं.
बताया जाता है कि पोप बोनीफेस IV ने सातवीं शताब्दी में पैंथियोन को सभी संतों के समर्पित करते हुए 13 मई को "ऑल सैंट डे" की घोषणा की थी. अगली शताब्दी में पोप ग्रेगरी-III ने इसे बदलकर एक नवंबर कर दिया. बाद में पोप ग्रेगरी IV ने इसे क्रिश्चियन कलेंडर में जोड़ दिया और यह पूरी दुनिया में फैले क्रिश्चियन मनाने लगे. इससे एक दिन पहले, मतलब 31 अक्टूबर को "ऑल हैलोज़ ईव" या हैलोवीन मनाया जाने लगा.
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