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आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने मंगलवार को ईस्टर रविवार के दिन श्रीलंका में सीरियल बम ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली है. हमले में अबतक 321 लोग मारे जा चुके हैं और 500 घायल हुए हैं. आतंकी संगठन की ऑफिशियल समाचार एजेंसी अल-अमाक की ओर से मैसेजिंग एप टेलीग्राम के जरिए जारी बयान के मुताबिक, आतंकवादी समूह ने इसे 'इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों' का काम बताया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकी संगठन ने अपने दावे की पुष्टि के लिए कोई भी सबूत नहीं दिया है.
इससे पहले संगठन से जुड़े समूह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट की थी, जिससे पता चल रहा था कि ईस्टर हमले के पीछे आईएस का हाथ है. हालांकि, इस वीडियो की पुष्टि नहीं हो सकी है. वीडियो में कथित आत्मघाती हमलावारों में से तीन की तस्वीर दिखाई गई थी.
ऑस्ट्रेलिया के न्यूजडॉटकॉम के मुताबिक, हमलों में मारे गए आतंकवादी जिनके लिए ये संगठन 'शहीद' शब्द का इस्तेमाल करता है, उन्हें 'आक्रमणकारी' बताया गया है और उनके नाम अबुल बार्रा, अबुल मुख्तार और अबु उबएदा बताए हैं. ये लोग काले रंग के IS झंडे के आगे खड़े हैं और एक ऊंगली से सैल्यूट मार रहे हैं.
इससे पहले मंगलवार को श्रीलंका के डिप्टी डिफेंस मिनिस्टर रुवेन विजेवर्दने ने कहा था कि रविवार को किया गया हमला, पिछले महीने क्रास्इटचर्च हमले का 'बदला' है. विजेवर्दने ने संसद के खास सत्र में कहा कि जांचकर्ताओं ने कहा है कि ये हमले क्राइस्टचर्च में मुसलमानों के खिलाफ हुए हमले के जवाब में किए गए. क्राइस्टचर्च हमले में 50 लोग मारे गए थे. डेली मिरर के मुताबिक, उन्होंने स्वीकार किया कि रक्षा प्रणाली कमजोर थी और कहा कि सरकार सभी आतंकी समूहों के खात्मे के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी.
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