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भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में उलट-पलट मच गई है. इसके चलते पाकिस्तान सरकार ने खुफिया एजेंसी आईएसआई के डॉयरेक्टर जनरल रिजवान अख्तर को हटाने का फैसला लिया है.
उरी हमले के बाद पाकिस्तान दुनिया भर में भी अकेला पड़ गया है. इन सबका असर अब दिखना शुरू हो चुका है. पाक सरकार ने डैमेज कंट्रोल के लिए बड़े पैमाने पर बदलाव भी शुरू कर दिए हैं.
पाकिस्तान के अखबार द नेशन के मुताबिक खुफिया एजेंसी आईएसआई के डॉयरेक्टर जनरल रिजवान अख्तर को कुछ दिनों में एजेंसी से चलता कर दिया जाएगा.
उनकी जगह कराची के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल नावेद अख्तर नए आईएसआई चीफ हो सकते हैं. रिजवान ने नवंबर 2014 में कार्यकाल संभाला था. आईएसआई प्रमुख के पद पर तीन साल के लिए नियुक्ति की जाती है.
पाकिस्तान के डॉन न्यूज के मुताबिक, पाक सरकार के अधिकारियों ने एक खुफिया मीटिंग में खुले तौर पर सेना के अधिकारियों की खिंचाई कर डाली थी. मीटिंग में सरकार की ओर से प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना की ओर से आईएसआई चीफ रिजवान अख्तर ने हिस्सा लिया था.
मीटिंग में शाहबाज शरीफ और आईएसआई चीफ के बीच नोकझोंक भी हुई थी. पाकिस्तानी पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ ने आरोप लगाया था कि जब भी सरकारी एजेंसियां आतंकी समूहों पर कार्रवाई करती हैं, तो सेना की एजेंसियां उन्हें रोक देती हैं.
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