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अमेरिका में बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प के चलते कैपिटल बिल्डिंग को उस वक्त लॉक करना पड़ा, जब सांसद अंदर थे. यह झड़प तब हुई जब अमेरिकी संसद के दोनों सदन - हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट - राष्ट्रपति चुनाव के इलेक्टोरल कॉलेज रिजल्ट्स को सर्टिफाई करने के लिए ज्वाइंट सेशन के तहत मिले थे.
बता दें कि पिछले दिनों हुए राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन से हार का सामना करना पड़ा है. हालांकि ट्रंप लगातार चुनाव में धांधली का दावा करते रहे हैं.
न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक, इसके कुछ घंटों बाद ट्रंप समर्थक प्रदर्शनकारियों ने कैपिटल बिल्डिंग के बाहर बैरिकेड्स को गिराते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया. इस दौरान जहां प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों को पीछे धकेलने की कोशिश की, वहीं पुलिस को भीड़ पर पैपर स्प्रे करते देखा गया.
जल्द ही यह हिंसा कैपिटल बिल्डिंग के अंदर तक पहुंच गई, जिसके तहत परिसर से फायरिंग की रिपोर्ट्स सामने आईं. न्यूज एजेंसी AFP ने पुलिस के हवाले से बताया है कि इस हिंसा में एक महिला की गोली लगने से मौत हो गई है.
इसके अलावा CNN ने पुलिस के हवाले से बताया है कि कैपिटल पर हुए हमले के दौरान 3 लोगों की मेडिकल इमरजेंसी की वजह से मौत हो गई. हालांकि पुलिस ने यह साफ नहीं किया कि ये लोग हंगामे का हिस्सा थे या नहीं.
हंगामा कर रहे ट्रंप समर्थक सीनेट चैंबर तक पहुंच गए थे. कैपिटल की टनल्स के जरिए कई सीनेटर्स को पुलिस जल्दी से सुरक्षित जगह की तरफ ले गई थी.
बुधवार को कैपिटल बिल्डिंग में हंगामे के बाद ट्रंप ने अपने समर्थकों से कानून व्यवस्था का पालन करने और शांति बनाए रखने की अपील की. ट्रंप ने अपने समर्थकों से कहा, ''मैं आपका दर्द समझता हूं. इस चुनाव में धांधली हुई है. लेकिन आपको घर जाना होगा. अब हमें शांति बनाए रखनी होगी. हमें कानून व्यवस्था का पालन करना होगा.''
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