advertisement
अमेरिका के बाद अब दूसरे देशों में भी रंगभेद के खिलाफ प्रदर्शन तेज हो रहा है. इंग्लैंड में 17 वीं सदी के स्लेव व्यापारी एडवर्ड कोलस्टन की मूर्ति को तोड़कर नदी में फेंक दिया गया. ये अमेरिका में चल रहे #BlackLivesMatter आंदोलन के ही समर्थन में हो रहा है. अमेरिकी अश्वेत की हत्या के बाद पहले ये प्रदर्शन अमेरिका में देखने को मिले, अब दुनिया के दूसरे देशों में भी प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं.
ये वाकया जब हो रहा तो प्रदर्शनकारियों में काफी उत्साह देखा जा सकता है. इसको तोड़े जाने के समर्थन में लोग चिल्ला रहे हैं.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस घटना पर लिखा है कि-
म्यूजियम ऑफ ब्रिस्टल की वेबसाइट के मुताबिक कोलस्टन एक ‘जनहितैशी परोपकार/बुरा दास कारोबारी’ था. इसका जन्म 1636 ब्रिस्टल शहर में ही हुआ था. लेकिन इसने कामकाज लंदन में ही किया.
अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद से ही अमेरिका में प्रदर्शन जारी है. सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक लोग फ्लॉयड और अश्वेत लोगों के अधिकारों को अपना समर्थन दिया. एक तरफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जॉर्ज फ्लॉयड को न्याय दिलाने की बात कर रहे हैं, तो वहीं अमेरिका में ही कई शहरों में प्रदर्शन हिंसक होने के बाद सेना उतारने की धमकी दे चुके हैं. इस पूरे मामले पर ट्रंप के रवैये की काफी आलोचना हो चुकी है. ट्रंप का एक चर्च के सामने हाथ में बाइबिल लिए फोटो खिंचवाना भी लोगों को रास नहीं आया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)