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रूस के हमले (Ukraine-Russia Crisis) के बढ़ते खतरे के बीच, यूक्रेन ने देश में इमरजेंसी लागू कर दी है और रूस में अपने नागरिकों से तुरंत वापस लौटने के लिए कहा है. मॉस्को ने कीव में अपने दूतावास को खाली करना शुरू कर दिया है, जिसने रूसी हमले की आशंकाओं को और पुख्ता कर दिया है.
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वी यूक्रेन में लाइन ऑफ कॉन्टैक्ट पर 23 फरवरी को गोलाबारी तेज हो गई, जहां रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हफ्ते मॉस्को समर्थित दो विद्रोही क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी. पुतिन ने यहीं रूसी सैनिकों की तैनाती का आदेश दिया है, जिसे वो 'पीसकीपर्स' कहते हैं.
AP की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन सरकार पूर्वी यूक्रेन में एयरपोर्ट्स को आधी रात से सुबह 7 बजे तक बंद कर रही है. यूक्रेन के विमानन अधिकारियों ने भी पूर्व में कुछ एयरस्पेस को खतरे वाले क्षेत्रों के रूप में घोषित किया है. ऐसा रूसी विमानन अधिकारियों द्वारा एयरस्पेस पर नियंत्रण करने के प्रयासों के कारण किया गया.
रूस के पूर्वी यूक्रेन के ऊपर एयरस्पेस में सिविलियन एयर ट्रैफिक पर प्रतिबंध लगाने के बाद यूक्रेन ने कार्रवाई की है.
यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए 24 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) दूसरी इमरजेंसी बैठक करेगा. इससे पहले, रूस के यूक्रेन के दो अलगाववादी राज्यों को मान्यता देने के बाद, UNSC ने 22 फरवरी को इमरजेंसी बैठक की थी, जिसमें सभी देशों ने रूस के इस कदम का पुरजोर विरोध किया था.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चेतावनी दी है कि दुनिया हाल के दिनों में अभूतपूर्व संकट का सामना कर रही है और रूस को कड़ी फटकार लगाई है कि वह यूक्रेन के अलग-अलग क्षेत्रों डोनेट्स्क और लुहांस्क को मान्यता देकर संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों का उल्लंघन कर रहा है.
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