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अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 300,000 के पार पहुंच चुकी है. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के सिस्टम्स साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने यह जानकारी दी. इसके साथ ही अब अमेरिका में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया चालू हो चुकी है.
न्यूयॉर्क अस्पताल की नर्स सांद्रा लिंडसी को Pfizer-BioNTech वैक्सीन का पहला डोज लगाया गया.
नर्स सांद्रा लिंडसी ने कहा, “यह किसी भी अन्य वैक्सीन लेने से अलग नहीं लगा, और मैं बाकी अमेरिकियों से अनुरोध करती हूं कि वोह भी वैक्सीन का डोज ले , ताकि कोरोना वायरस का दर्दनाक इतिहास पूरे विश्व से खत्म हो जाए.”
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, “आज अमेरिका में पहली वैक्सीन लगाई गई, अमेरिका को बधाई और पूरी दुनिया को भी बधाई.” अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने शुक्रवार को देशभर में आपातकालीन उपयोग के लिए फाइजर के COVID-19 वैक्सीन को मंजूरी दी.
अमेरिका दुनिया में कोरोना के सबसे ज्यादा मामलों और मौतों के साथ महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि अमेरिका में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 1.63 करोड़ तक पहुंचने के साथ सोमवार दोपहर तक अमेरिका में मरने वालों की संख्या बढ़कर 300,267 हो गई.
10,000 से अधिक मौतों वाले राज्यों में इलिनॉय, पेन्सिलवेनिया, मैसाचुसेट्स, मिशिगन और जॉर्जिया भी शामिल हैं.
लेकिन अमेरिका के कुछ राज्य अच्छा भी कर रहे हैं. मोंटाना में 14 दिसंबर को COVID19 का एक भी मरीज संक्रमित नहीं मिला. वहीं डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया, हवाई नॉर्थ डकोटा , वरमोंट में 200 से भी कम कोविड केसेस आए.
विश्व में सबसे ज्यादा 16.3 मिलियन कोविड-19 केसेस के साथ अमेरिका ने वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. बता दें कि अगले साल मार्च तक अमेरिका के लगभग 10 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है.
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