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20 जनवरी, बुधवार को अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन और वाइस प्रेसीडेंट इलेक्ट कमला हैरिस का शपथ ग्रहण समारोह होना है. डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. इस खास आयोजन को लेकर काफी सारी तैयारियां की गई हैं जो इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाएंगी. कोरोना वायरस संकट और संभावित हिंसा के डर से भी सुरक्षा को लेकर खासे इतंजाम किए जाने हैं.
कांग्रेस अपने सदस्यों को करीब 2 लाख टिकट बांटेगी और ये टिकट जिनके पास नहीं होगा उनको कहा जाएगा कि वो परंपरा के मुताबिक नेशनल मॉल से ईवेंट देखें.
बराक ओबामा के ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह में 10 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए थे. वहीं 2017 में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में करीब 3 लाख लोगों ने शिरकत की थी.
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान 'यूनाइटेड अमेरिका' की थीम देखने को मिलेगी.
अमेरिका के इतिहास में और दुनिया की स्थितियों के नजरिए से बाइडेन और कमला अभूतपूर्व समय में अपना पद सम्हाल रहे हैं. 3.7 लाख अमेरिकी लोगों ने कोरोना वायरस की वजह से जान गंवा दी है. लाखों लोग दुनियाभर में आए इकनॉमिक स्लोडाउन की वजह से आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं.
इसके अलावा 6 जनवरी को कैपिटल हिल पर हुए हमले ने संकेत दिया है कि अमेरिका में राजनीतिक ध्रुवीकरण चरम पर है.
प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन का शपथ ग्रहण समारोह कैपिटल बिल्डिंग के पश्चिमी हिस्से में होगा. ये ठीक वही जगह है जहां एक हफ्ते पहले ही हिंसा और तोड़फोड़ की इतनी बड़ी घटना देखने को मिली थी.
अमेरिका में शपथ ग्रहण के बाद इनाग्युरल परेड करने की परंपरा रही है. लेकिन कोरोना वायरस संकट की वजह से ये इस बार संभव नहीं है. इसलिए इस दिन के लिए टेलीविजन स्पेशल इनाग्युरल डे परेड की तैयार की गई है. ये परेड पूरी तरह से वर्चुअल होगी. अमेरिकी जनता अपने घर में बैठे ही इस परेड से जुड़ सकती है.
भुटौरिया ने क्विंट से बात करते हुए साफ कहा है कि बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शरीक नहीं होंगे. हालांकि उपराष्ट्रपित माइक पेंस जरूर इस समारोह में सहभागी बनेंगे.
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