advertisement
13 अप्रैल को अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसी की US कांग्रेस को दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत-चीन के बीच सीमा पर तनाव और ज्यादा गहरा सकता है. रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत और पाकिस्तान के साथ परमाणु तनाव के बीच, ऐसा लगता है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत, पाकिस्तान के उकसावे का मिलिट्री फोर्स के साथ जवाब दे सकता है.
ये रिपोर्ट ODNI को प्रोटोकॉल के तहत अमेरिकी कांग्रेस और अमेरिकी लोगों को देनी ही होती है.
रिपोर्ट में साफतौर पर लिखा हुआ है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पाकिस्तानी उकसावे का जवाब, भारत मिलिट्री फोर्स के साथ दे सकता है.
'भारत और पाकिस्तान के बीच पूरी तरह से युद्ध छिड़ने की संभावना कम है. लेकिन दोनों देशों के रिश्ते उग्र ही रहने वाले हैं. और ये दोनों तरफ से हो सकता है'
रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत और चीन के संबंध में तनाव जारी रहने की संभावना है. मई 2020 से ही चीन की हलचल इलाके में इस दशक की सबसे सबसे गंभीर घटना रही है. हाल में हुई घटना 1975 के बाद सीमा पर हुआ सबसे बड़ा तनाव रहा है.
अमेरिकी इंटेलिजेंस रिपोर्ट में बताया गया है कि कई देशों में आंतरिक, अंतरराज्यीय विवाद और अस्थिरता की वजह से अमेरिकी लोगों पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से खतरा रहेगा.
भारत-पाक और भारत-चीन संबंधों के अलावा इस रिपोर्ट में क्षेत्रीय तनावों पर भी चर्चा की गई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि मानवीय संकट, अस्थिरता का असर अमेरिकी लोगों पर असर पड़ सकता है, जिसका सीधा संबंध अमेरिकी सुरक्षा से है.
रिपोर्ट में अफगानिस्तान, ईराक, सीरिया का भी जिक्र आता है जिसमें ईरान और इजराइल के बीच हिंसा की संभावना की भी संभावना है. वहीं लीबिया और दूसरे विवादग्रस्त, अशांत इलाकों जैसे अफ्रीका, एशिया और मिडिल ईस्ट की सुरक्षा पर चर्चा की गई है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)