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अमेरिका के एक प्रमुख थिंक टैंक संस्था ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा संदेश जारी किया है. सीएसआईएस ने कहा है कि अमेरिका को पाकिस्तान को ये साफ कर देना चाहिए कि अगर वो तालिबान का समर्थन जारी रखता है तो उसे कोई आर्थिक मदद नहीं दी जाएगी.
सीएसआईएस का मानना है कि पाकिस्तान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के लिए अब भी पनाहगाह बना हुआ है. और वो सहयोगी देश होने की बजाय खतरा अधिक है.
थिंक टैंक ने इस बात पर जोर दिया कि ट्रंप प्रशासन को इस्लामाबाद को यह साफ करना चाहिए कि अगर वो तालिबान और हक्कानी नेटवर्क को समर्थन देना जारी रखता है तो उसे बैन का सामना करना पड़ेगा.
सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) ने ये तमाम बातें सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा.
पिछले दिनों अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बड़ा हमला हुआ था. इस हमले में करीब 100 लोग मारे गए थे. इस हमले के पीछे अफगानिस्तान की सरकार ने पाकिस्तान का हाथ होने की बात कही थी.
इसमें साफ-साफ ये भी कहा गया है कि पाकिस्तान से निपटने के लिए अमेरिका को चीन को साथ लेकर चलना चाहिए.
अमेरिका को चीन को ये स्पष्ट करना चाहिए कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान संबंधी समस्या से निपटने में चीन का सहयोग चीन और अमेरिका दोनों के हित में होगा.
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