Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019World Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019ट्रंप ने जिन डॉ फाउची को बताया ‘मूर्ख’, उनकी उपलब्धियां जान लीजिए

ट्रंप ने जिन डॉ फाउची को बताया ‘मूर्ख’, उनकी उपलब्धियां जान लीजिए

अमेरिका में फॉची पहचान के मोहताज नहीं

क्विंट हिंदी
दुनिया
Updated:
ट्रंप ने जिन डॉ फॉची को बताया ‘मूर्ख’, उनकी उपलब्धियां जान लीजिए
i
ट्रंप ने जिन डॉ फॉची को बताया ‘मूर्ख’, उनकी उपलब्धियां जान लीजिए
null

advertisement

डोनाल्ड ट्रंप कोरोना वायरस से ठीक होकर चुनावी कैंपेन में जुट गए हैं. वायरस ने उनका पीछा छोड़ दिया है लेकिन ट्रंप चुनाव इतने नजदीक होते हुए वायरस को नहीं छोड़ रहे हैं. ट्रंप ने कभी महामारी को गंभीरता से नहीं लिया है और उनके इससे संबंधित अजीबोगरीब बयानों और सुझावों के डैमेज कंट्रोल का जिम्मा डॉ एंथनी फाउची पर रहा है. लेकिन ट्रंप और फाउची की महामारी को हैंडल करने के तरीके को लेकर हमेशा अलग ही राय रही है. और अब ट्रंप ने US के इस सबसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों में से एक को 'डिजास्टर' और 'मूर्ख' कह दिया है.

अपने कैंपेन स्टाफ के साथ एक कॉल के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने डॉ फाउची पर कई हमले बोले. कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि ट्रंप ने डॉ फाउची को ‘मूर्ख’ बताया, ‘जिसकी बात अगर मानी जाती तो अमेरिका में 7-8 लाख मौतें होती.’ वहीं, रॉयटर्स की रिपोर्ट कहती है कि इस कॉल के दौरान राष्ट्रपति ने फाउची को ‘डिजास्टर’ करार दिया. ट्रंप का कहना था कि ‘लोग फाउची और ऐसे ही मूर्खों की बात सुनकर थक चुके हैं.’ 

तो अब सवाल ये है कि अमेरिका की कोरोना वायरस टास्क फोर्स के अहम सदस्य डॉ एंथनी फाउची कौन हैं और ट्रंप उन पर क्यों हमलावर हैं?

अमेरिका में फाउची पहचान के मोहताज नहीं

डॉ एंथनी फाउची की सबसे बड़ी उपलब्धि है नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (NIAID) को 36 सालों से प्रभावी रूप से चलाना. 1984 से वो इस इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर हैं. डॉ फाउची को अमेरिका में संक्रामक बीमारियों का सबसे बड़ा एक्सपर्ट माना जाता है.

दुनिया के लिए महामारी और वायरस संक्रमण का इतने बड़े स्तर पर फैलना भयानक था. लेकिन शायद डॉ फाउची के लिए ये सब नया नहीं था, सिवाय वायरस के. पिछले 36 सालों में उन्होंने HIV/AIDS, SARS, MERS, इबोला, स्वाइन फ्लू, जीका को देखा है और छह राष्ट्रपतियों को इन पर और कई स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर सलाह दी है.  

डॉ फाउची ने ये समझने में अहम योगदान दिया है कि HIV शरीर के डिफेंस को कैसे खत्म करता है और शरीर खतरनाक संक्रमण के लिए कमजोर हो जाता है. इसके अलावा उन्होंने ऐसे इलाज डेवलप करने में महत्वपूर्ण भूमिक निभाई है, जो HIV संक्रमित लोगों की जिंदगी लंबी कर सकते हैं.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

सालों सरकार के साथ काम करके भी अराजनैतिक रहे फाउची

डॉ एंथनी फाउची ने छह अमेरिकी राष्ट्रपतियों के साथ काम किया है. रोनाल्ड रीगन से लेकर डोनाल्ड ट्रंप तक, फाउची ने प्रशासन के साथ मिलकर स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर काम किया है. लेकिन सरकार के करीब रहते हुए भी वो अराजनैतिक ही रहे. जानकर कहते हैं कि फाउची ने कभी अपने 'ह्यूमन टच' को नहीं छोड़ा और शायद यही वजह है कि वो अपनी बात इस तरह रखते हैं कि लोग समझते हैं और कनेक्ट करते हैं.

उनके ‘ह्यूमन टच’ का एक उदाहरण अमेरिका को 2014 इबोला संकट के समय देखने को मिला था. एक अमेरिकी नर्स उससे संक्रमित हो गई थी और जब वो ठीक होकर बाहर आई तो लोगों को विश्वास दिलाने के लिए कि वो संक्रामक नहीं है, डॉ फाउची ने उसे गले लगा लिया था.  

सभी राष्ट्रपतियों ने स्वास्थ्य मुद्दों पर डॉ फाउची को ही हमेशा जनता के सामने बात रखने के लिए आगे किया. और फाउची ने भी न उसे बढ़ा-चढ़ाकर और न ही कम करके लोगों को समझाया. जब ट्रंप कोरोना वायरस को मजाक में ले रहे थे और इसके लिए चीन से लेकर यूरोपीय देशों को जिम्मेदार ठहरा रहे थे, तो डॉ फाउची ही थे जिन्होंने कह दिया था कि ये महामारी अमेरिका में बहुत खराब स्थिति में पहुंच जाएगी और साथ ही उन्होंने सरकार की भी आलोचना की थी.

पत्रकार माइकल स्पेक्टर ने न्यू यॉर्कर मैगजीन के लिए डॉ फाउची पर एक लेख लिखा था. इसमें स्पेक्टर ने लिखा कि डॉ फाउची ने उन्हें अपने अराजनैतिक रहने का मंत्र बताया था- It’s nothing personal, it’s strictly business. ये मंत्र उन्हें 'द गॉडफादर' किताब से मिला था.

ट्रंप के साथ रिश्ता

79 साल के डॉ फाउची संक्रमण की चपेट में जल्दी आने वाले लोगों के 'ऐज ग्रुप' में हैं, लेकिन वो फिर भी दिन रात इस महामारी से लड़ने के लिए फ्रंटलाइन पर काम कर रहे हैं. वो व्हाइट हाउस की कोरोना वायरस टास्क फोर्स का अहम हिस्सा हैं. हालांकि, वो ट्रंप के गलत दावों और सुझावों पर कभी नरम नहीं रहे और हमेशा इन्हें खारिज किया है. चाहें ट्रंप का हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को 'गेम चेंजर' बताना हो या देश को लॉकडाउन से आजादी देने की जल्दी, फाउची ने हर मामले में ट्रंप को आइना दिखाया है.

ट्रंप कोरोना वायरस की तुलना अभी भी सीजनल फ्लू से कर देते हैं. वो अभी भी महामारी को कमतर आंकते हैं. लेकिन डॉ फाउची ने हमेशा से सावधानी बरतने की वकालत की है. फाउची के इसी रवैये का ट्रंप मजाक उड़ाते हैं, लेकिन उन्हें डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन दोनों नेताओं से सम्मान मिलता है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 20 Oct 2020,09:55 PM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT