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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की राजनीतिक विचारधारा को कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के संविधान में शामिल कर लिया गया है, जिसके बाद शी चीन के महान नेताओं माओ त्सेतुंग और डेंग शियाओपिंग की श्रेणी में शामिल हो गए हैं.
बीजिंग में सप्ताहभर तक चली चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 19वीं कांग्रेस की बैठक के अंत में शी की राजनीतिक विचारधारा को संविधान में शामिल करने की मंजूरी दी गई. इससे पहले माओ और डेंग को ही य सम्मान मिला था.
इस कदम के बाद शी जिनपिंग का देश में कद काफी बढ़ गया है और देश की राजनीति में उनकी शक्ति बढ़ गई है.
पार्टी के संविधान में ‘चीनी विशेषताओं के साथ नए युग के समाजवाद’ पर अपने विचारों के शामिल होने से शी ने जियांग जेमिन और हू जिंताओ जैसे दिग्गज नेताओं को पीछे छोड़ दिया है.
पिछले साल शी को देश के 'सबसे महत्वपूर्ण नेता' का तमगा दिया गया था, जो अभी तक सिर्फ माओ, डेंग और जियांग को ही दिया गया है. इस सम्मान से शी चीन की सत्ता के शीर्ष पर पहुंच गए हैं. शी चीन की सबसे पावरफुल संस्था पोलित ब्यूरो स्थाई समिति के सात सदस्यों में से एक हैं.
इन सात सदस्यों में से पांच 68 उम्र होने की वजह से रिटायर हो रहे हैं, जबकि चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग (62) इस समिति में बने रहेंगे.
अभी ये देखा जाना है कि इस समिति में किसकी एंट्री होती है. अनुमान ये है कि अधिकतर शी के वफादार ही समिति में शामिल होंगे. हालांकि, अभी ये पता नहीं चला है कि क्या शी 2022 में पार्टी के महासचिव पद से रिटायर होने पर अपने उत्तराधिकारी का ऐलान करेंगे. वो उस समय 69 साल के हो जाएंगे.
सीपीसी की शीर्ष राजनीतिक संस्थाओं की रिटायरमेंट की उम्र 68 साल है.
चीन के मामलों के विश्लेषक डेविड केली के अनुसार, “घरेलू स्तर पर ये पता चलता है कि शी का कोई गंभीर विरोधी नहीं है और सिस्टम उनके साथ हैं, जो कि चीन जैसे अधिकारवादी देश के लिए भी असामान्य बात है.”
हालांकि, केली का कहना है कि शी की माओ से तुलना नहीं की जा सकती.
एसओएएस चाइना इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर स्टीव सांग ने कहा कि शी अभी कसौटी पर खरे नहीं उतरे हैं.
सीपीसी ने मंगलवार को अगले पांच साल के लिए पार्टी का नेतृत्व करने के लिए 19वीं सीपीसी केंद्रीय समिति का चुनाव किया.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, 19वीं सीपीसी केंद्रीय समिति बुधवार को राजनीतिक ब्यूरो, राजनीतिक ब्यूरो की स्थाई समिति और महासचिव का चुनाव करेगी.
पार्टी के संविधान के मुताबिक, सीपीसी की सबसे अहम संस्था नेशनल कांग्रेस और उसकी चुनी गई केंद्रीय समिति है. और पार्टी से जुड़े सभी संगठन और सदस्य नेशनल कांग्रेस और केंद्रीय समिति के अधीन होते हैं.
सीपीसी कांग्रेस का आयोजन हर पांच साल में होता है और इसका आयोजन केंद्रीय समिति करती है. कांग्रेस के प्रतिनिधियों की संख्या और उनके चुनावी प्रोसेस को केंद्रीय समिति ही तय करती है.
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