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संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती' की रिलीज डेट भले ही टल गई हो, लेकिन इसका विरोध अभी तक चल रहा है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भंसाली जन भावनाओं से खेलने के आदी हो चुके हैं. किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है, चाहे वह संजय लीला भंसाली हों या फिर कोई और हो.
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पद्मावती के खिलाफ देशभर में जो विरोध प्रदर्शन हो रहा है, उसके लिए संजय लीला भंसाली भी बराबर के जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि संजय लीला भंसाली लोगों की भावनाओं से खेलने के आदी हो गए हैं.
सीएम ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है, जो भी कानून के खिलाफ काम करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, चाहे वो कोई भी हो.
वहीं सीएम ने फिल्म के रिलीज पर साफ किया है वो अपने पुराने स्टैंड पर कायम हैं. उन्होंने कहा -हमने सूचना प्रसारण मंत्रालय को इस संबंध में लेटर लिखा है, इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने भी साफ किया है कि सेंसर बोर्ड को इस फिल्म को लेकर फैसला लेना चाहिए.
कुछ दिन पहले ही यूपी सरकार ने भी प्रदेश में शांति का हवाला देकर केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर अपील की थी कि यूपी में फिल्म रिलीज ना की जाए. यूपी सरकार ने लेटर में लिखा था कि ‘पद्मावती’ फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किये जाने को लेकर शांति व्यवस्था पर खराब असर पड़ सकता हैं. करणी सेना जैसे कई संगठन फिल्म के सिनेमाघरों में दिखाये जाने पर तोड़फोड़ और आगजनी की चेतावनी दे रहे हैं. इसलिए 1 दिसंबर को फिल्म रिलीज ना की जाए.
इससे पहले सोमवार को मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी मध्यप्रदेश में फिल्म ना रिलीज करने की बात कही थी.
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