ऑस्कर अवॉर्ड विजेता संगीतकार एआर रहमान (A. R. Rahman) 6 जनवरी को अपना 56वां जन्मदिन मना रहे हैं. आज एआर रहमान को किसी परिचय की जरूरत नहीं है. इन वर्षों में, उन्होंने 'ताल', 'स्वदेश', 'रंग दे बसंती', 'गुरु', 'जोधा अकबर' सहित कई हिंदी फिल्मों में सुपर हिट गाने दिए हैं. 'स्लमडॉग मिलियनेयर' के लिए रहमान ने गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ फिल्म संगीत के लिए बाफ्टा अवॉर्ड और सर्वश्रेष्ठ मूल संगीत स्कोर और सर्वश्रेष्ठ मूल गीत के लिए दो ऑस्कर अवॉर्ड जीते. आइए आज जानते हैं एआर रहमान के जीवन और करियर के सफर के बारे में...
आज यानी 6 जनवरी को एआर रहमान अपना 56वां जन्मदिन मना रहे हैं. एआर रहमान का पूरा नाम अल्लाह रक्खा रहमान है.
रहमान का जन्म जन्म 6 जनवरी 1967 को चेन्नई, तमिलनाडु में एक हिंदू परिवार में हुआ था. उनका पहले नाम एएस दिलीप कुमार रखा गया. इनके पिता आरके शेखर मलयालम भाषा की फिल्मों के संगीतकार और कंडेक्टर थे. हालांकि, बाद में वे इस्लाम धर्म के अनुयायी बन गए.
रहमान ने लगभग एक दशक तक तमिल फिल्म संगीतकार इलैयाराजा की सहायता करने के बाद 1992 में तमिल में मणिरत्नम की मूवी "रोजा" के साथ अपना स्वतंत्र करियर की शुरूआत की.
'रोजा' फिल्म के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ संगीतकार के रजत कमल पुरस्कार से सम्मानित किया गया. तब से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
रहमान ने अब तक छह राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, दो अकादमी पुरस्कार, दो ग्रैमी पुरस्कार, एक बाफ्टा पुरस्कार, एक गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, पंद्रह फिल्मफेयर पुरस्कार और सत्रह फिल्मफेयर पुरस्कार प्राप्त किये हैं.
स्लमडॉग मिलियनेयर (2008) के लिए उनके संगीत ने उन्हें 81वें ऑस्कर अवॉर्ड में सर्वश्रेष्ठ ओरिजिनल स्कोर और सर्वश्रेष्ठ मूल गीत का पुरस्कार दिलाया. उन्हें 2010 ग्रैमी अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ संकलन साउंडट्रैक एल्बम और विज़ुअल मीडिया के लिए लिखे गए सर्वश्रेष्ठ गीत के लिये सम्मानित किया गया.