छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा (Dantewada) के अरनपुर थाने क्षेत्र में 26 अप्रैल 2023 को हुई नक्सली हमले में 10 जवानों और एक ड्राइवर की शहादत हो गई थी. गुरुवार को पुलिस ग्राउंड कराली में बलिदानी जवानों को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई. श्रद्धांजलि सभा में कई हृदयविदारक तस्वीरें दिखी. इस दौरान शहीदों के परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल रहा. श्रद्धांजलि सभा में शहीदों के मासूम बच्चें शामिल हुए और पुलिसकर्मी परिजनों को सांत्वना देते दिखे. देखिए तस्वीरें

<div class="paragraphs"><p>(फोटोः संतोष पांडेय)</p></div>

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बुधवार 26 अप्रैल को एक मिनीवैन को IED ब्लास्ट कर उड़ा दिया गया, जिसमें 10 पुलिसकर्मियों और गाड़ी चला रहे एक प्राइवेट गांड़ी के ड्राइवर शहीद हो गये.

(फोटोः संतोष पांडेय)

बताया जा रहा है कि ये जवान माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन करके लौट रहे थे, तभी दोपहर करीब दो बजे हमला किया गया.

(फोटोः संतोष पांडेय)

डीआरजी के जवानों को 'सन ऑफ द सॉइल' कहा जाता है. क्योंकि, इसके जवानों में स्थानीय युवा और सर्रेंडर कर चुके नक्सलियों को शामिल किया जाता है.

(फोटोः संतोष पांडेय)

DRG के जवान अक्सर नक्सलियों को कड़ी टक्कर देते हैं. उसकी मुख्य वजह इनका खुद का स्थानीय जुड़ाव होता है.

(फोटोः संतोष पांडेय)

गुरुवार, 27 अप्रैल को पुलिस ग्राउंड कराली में बलिदानी जवानों को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई. श्रद्धांजलि सभा में कई हृदयविदारक तस्वीरें दिखी. इस दौरान शहीदों के परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल रहा.

(फोटोः संतोष पांडेय)

श्रद्धांजलि सभा में शहीदों के मासूम बच्चें शामिल हुए. पुलिसकर्मी परिजनों को सांत्वना देते दिखे.

(फोटोः संतोष पांडेय)

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लगभग 70 जवानों की ये टुकड़ी 7 गाड़ियों में 26 अप्रैल को दोपहर 1:30 बजे लौट रही थी, जब हादसा हुआ.

(फोटोः संतोष पांडेय)

सूत्रों की मानें तो हमले के पीछे एक बड़ी लापरवाही सामने आ रही

(फोटोः संतोष पांडेय)

सूत्रों ने क्विंट हिंदी को बताया कि रोड ओपनिंग पार्टी (ROP), जो सैनिकों की आवाजाही से पहले मार्ग को साफ करने में शामिल है, को सक्रिय नहीं किया गया था. इस प्रकार, माओवादियों को काफिले पर हमला करने का मौका मिल गया.

(फोटोः संतोष पांडेय)

जवानों की गाड़ी IED की चपेट में आने के बाद धुआं-धुआं हो गई थी.

(फोटोः संतोष पांडेय)

घटना के बाद सीएम भूपेश बघेल ने कहा, "माओवादियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और हम योजनाबद्ध तरीके से माओवाद का सफाया करेंगे."

(फोटोः संतोष पांडेय)

दंतेवाड़ा में हुई घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिये हैं.

(फोटोः संतोष पांडेय)

जवानों के शव के देख परिजन बिलख पड़े.

(फोटोः संतोष पांडेय)

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