Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Photos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Delhi Queer Pride Parade: प्यार, अधिकार और सम्मान के लिए दिल्ली में प्राइड मार्च| Photos

Delhi Queer Pride Parade: प्यार, अधिकार और सम्मान के लिए दिल्ली में प्राइड मार्च| Photos

Delhi Queer Pride March Photos: दिल्ली क्वीर प्राइड परेड में 1,000 से लोग शामिल हुए.

वर्षा श्रीराम
तस्वीरें
Published:
<div class="paragraphs"><p>Delhi Queer Pride 2023: प्यार, अधिकार और एक्सेप्टेन्स के लिए जंतर-मंतर तक मार्च - Photos</p></div>
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Delhi Queer Pride 2023: प्यार, अधिकार और एक्सेप्टेन्स के लिए जंतर-मंतर तक मार्च - Photos

(फोटो- द क्विंट)

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LGBTQIA+ समुदाय ने रविवार, 26 नवंबर को दिल्ली में 2023 क्वीर प्राइड परेड निकाली. मार्च बाराखंभा से शुरू हुआ और जंतर-मंतर पर समाप्त हुआ. दिल्ली क्वीर प्राइड परेड (Delhi Queer Pride Parade) में 1,000 से लोग शामिल हुए. यह प्राइड मार्च सुप्रीम कोर्ट द्वारा भारत में समलैंगिक विवाहों को कानूनी मान्यता देने से इनकार करने के ठीक एक महीने बाद हुई है.

LGBTQIA+ ने रविवार, 26 नवंबर को दिल्ली में 2023 क्वीर प्राइड परेड निकाली. मार्च बाराखंभा से शुरू हुआ और जंतर-मंतर पर समाप्त हुआ.

(फोटो- द क्विंट)

दिल्ली क्वीर प्राइड परेड में 1000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया. यह प्राइड परेड सुप्रीम कोर्ट द्वारा भारत में समलैंगिक विवाहों को कानूनी मान्यता देने से इनकार करने के ठीक एक महीने बाद हो रही है.

(फोटो- द क्विंट)

ढोल और म्यूजिक पर नाचते हुए, प्रतिभागी भारत की संसद के पास जंतर मंतर क्षेत्र तक दो घंटे से ज्यादा समय तक चले. उनके हाथों में बैनर थे जिन पर लिखा था, "सभी के लिए समानता" और "विचित्र और गौरवान्वित."

(फोटो- द क्विंट)

प्यू सर्वे के मुताबिक 2013 और 2019 के बीच भारत में समलैंगिकता की स्वीकार्यता 22 प्रतिशत अंक बढ़कर 37% हो गई है.

(फोटो- द क्विंट)

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सेम-सेक्स वाले कपल को अक्सर कई भारतीय समुदायों में उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है, चाहे वे हिंदू हों, मुस्लिम हों या ईसाई हों.

(फोटो- द क्विंट)

पारंपरिक वेशभूषा में प्राइड परेड में हिस्सा लेती एक पार्टिसिपेंट.

(फोटो- द क्विंट)   

दिल्ली के रहने वाले 18 वर्षीय फैशन डिजाइनर आबिद ने द क्विंट को बताया, "प्राइड परेड का हिस्सा बनना महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें कोई समर्थन नहीं मिलता है - न तो समाज से और न ही हमारे परिवारों से."

(फोटो- द क्विंट)  

परेड पहली बार 2008 में हुई थी, जब कुछ सौ लोग इकट्ठा हुए थे. इस बीच यह शहर में समलैंगिक लोगों के लिए एक बड़े उत्सव में बदल गया. 2020 में COVID-19 महामारी के कारण वार्षिक परेड रुक गई थी, लेकिन जनवरी 2023 में इसे फिर से शुरू किया गया था.

(फोटो- द क्विंट)  

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