Home Photos Delhi Floods: सिविल लाइंस में मुसीबतों का मंजर, सामान-कपड़े हुए बर्बाद |Photos
Delhi Floods: सिविल लाइंस में मुसीबतों का मंजर, सामान-कपड़े हुए बर्बाद |Photos
Delhi Flood Aftermath: सिविल लाइंस दिल्ली के पॉश इलाकों में से एक है और यहां सीएम अरविंद केजरीवाल का भी घर है.
ऋभु चटर्जी
तस्वीरें
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Delhi Floods: Civil Lines
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
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Delhi: दिल्ली में बाढ़ से उत्तर दिल्ली स्थित सिविल लाइंस तथा आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले निवासियों को घरों के अंदर तक पानी घुस जाने के कारण काफी परेशानियों के सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ का पानी थोड़ा जरूर उतरा है लेकिन उनकी मुसीबतें कम नहीं हुई हैं. पूरे इलाके में अभी भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. भारी बारिश के कारण उस इलाके के छोटे-बड़े व्यवसायियों को बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है. देखिए तस्वीरों में हाल.
सिविल लाइंस में रहने वाले सुरेश अरोड़ा ने कहा कि बाढ़ के दिन 15 मिनट में छाती तक पानी आ गया था. हम उपर के फ्लैट में चले गए पर फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक सामान पूरी तरह बर्बाद हो गए.
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
पांच साल से सिविल लाइंस के अधिकारी आवासीय परिसर में रह रहे सुरेश अरोड़ा के घर के अंदर यह निशान बता रहा की पानी कहां तक चढ़ा था.
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस में स्थित भावना राठौड़ के घर पर अलमारी से निकले भीगे और बदबुदार कपड़ो का ढेर.
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
लेबर कोर्ट में काम करने वाली 47 वर्षीय भावना राठौड़ बताती है कि “हालात ऐसे हैं कि न तो खाना बन सकता है न ही खा सकते हैं.” भावना दिल्ली के सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवासीय परिसर में रहती हैं. दिल्ली के पॉश इलाकों में से एक सिविल लाइंस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी घर है.
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उत्तरी दिल्ली स्थित भावना राठौड़ के घर पर भीगी हुई नोटबुक और वेट प्लेट.
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
सिविल लाइंस में दिल्ली सरकार के अधिकारियों के आवासीय परिसर के निवासी.
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दिल्ली के सिविल लाइंस स्थित सरकारी क्वार्टर में बेड बॉक्स के अंदर कीचड़.
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
रवि अपने कपड़े के गोदाम के अंदर पानी का स्तर दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी सिविल लाइंस में एक सिलाई की दुकान है. रवि ने कहा, "हम लोगों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है. हमारी काफी आधुनिक मशीनें है और सब खराब हो गईं. साथ ही ग्राहक के कपड़े बर्बाद हो गए. 15-20 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.”
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
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51 वर्षीय सरताज सिविल लाइंस के समीप राम किशोर रोड पर एक मोटर गैरेज के मालिक हैं. उन्होंने कहा, "पानी ने सारे बिजली सामान, कंप्यूटर खराब कर दिए हैं.”
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सिविल लाइंस के समीप बेला रोड के सर्विस लेन पर बने फुटओवर ब्रिज की हालत.
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
बेला रोड, सिविल लाइन्स में लद्दाख बौद्ध विहार (मठ) के अंदर फंसे कीचड़ को साफ करते DTBG संगठन के स्वयंसेवक.
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
बेला रोड स्थित बौद्ध मठ, लद्दाख बौद्ध विहार के कुछ हिस्सों में अभी भी घुटनों तक पानी है.
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
DTBG समूह की 44 वर्षीय पूजा लामा ने कहा, "हमने देखा कि यहां इतना कूड़ा या गंदा हो रखा है. तो जो लोग ड्यूटी से छुट्टी ले सकते हैं वह वॉलंटियर करके साफ कर रहे हैं."
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
उत्तरी दिल्ली के मशहूर मोनेस्ट्री मार्केट की गलियों में अब भी पानी भरा हुआ है.
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
लद्दाख बौद्ध विहार के अंदर एक आदमी अपने घर के सामने फुटब्रिज के नीचे कीचड़ को साफ करने की कोशिश कर रहा है, सफाई के समय भी बारिश जारी है.
(फोटो क्रेडिट: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
मठ बाजार क्षेत्र के निवासियों द्वारा क्षतिग्रस्त पुस्तकों और फर्नीचर को ढेर लगा कर रख दिया है.