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Diwali 2023: धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाईदूज का शुभ मुहूर्त जानिए

Diwali 2023 Photos: रोशनी का त्योहार दिवाली नजदीक आ चुका है और लोग बाजारों में खरीदारी करते नजर आ रहे हैं.

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<div class="paragraphs"><p>Diwali: धनतेरस,लक्ष्मी पूजा और भाई दूज का शुभ मुहूर्त जानें तस्वीरों में </p></div>
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Diwali: धनतेरस,लक्ष्मी पूजा और भाई दूज का शुभ मुहूर्त जानें तस्वीरों में

फोटो- PTI

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रोशनी का त्योहार दिवाली (Diwali) नजदीक आ चुका है और लोग बाजारों में खरीदारी करते नजर आ रहे हैं. दीवाली का उत्सव पांच दिनों तक रहता है. सबसे पहले दिन धनतेरस मनाया जाता है. धनतेरस को धातु की वस्तुओं, विशेष रूप से सोने, चांदी जैसी धातुओं को खरीदने के लिए एक शुभ दिन माना जाता है. इसके बाद चार दिनों तक क्रमश: छोटी दिवाली, लक्ष्मी पूजा या बड़ी दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज मनाया जाता है.

आइये आपको बताते हैं कि पांच दिवसीय उत्सव का शुभ मुहूर्त कब से कब तक रहेगा.

दिवाली का उत्सव पांच दिनों तक रहता है. पांच दिवसीय उत्सव के दौरान विभिन्न अनुष्ठानों का पालन किया जाता है.

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पंचांग के अनुसार, पहले दिन यानि कि 10 नवंबर को धनतेरस या धन त्रयोदशी के पूजा का मुहूर्त शाम 5:47 बजे शुरू होकर 10 नवंबर को शाम 7:43 बजे समाप्त होगा. मुहूर्त 1 घंटे 56 मिनट तक रहेगा. लोग इस दिन भगवान कुबेर और देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं. साथ ही कुछ नया खरीदते हैं.

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दूसरे दिन यानि कि 11 नवंबर को छोटी दिवाली मनाई जाएगी. जिसे नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है. छोटी दिवाली के 'दीपदान का शुभ मुहूर्त' शाम 05:29 बजे से शुरू होकर रात 8:07 बजे तक रहेगा.

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तीसरे दिन यानि की 12 नवंबर को दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त शाम 5:39 बजे से शाम 7:35 बजे तक रहेगा. दिवाली का मुख्य उत्सव इसी दिन मनाया जाता है. इस दिन सभी लोग लक्ष्मी पूजन करते हैं.

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चौथे दिन यानि कि 13 नवंबर को गोवर्धन पूजा का मुहूर्त सुबह प्रातः 06:43 बजे से 08:52 बजे तक है. गोवर्धन पूजा दिवाली के एक दिन बाद मनाई जाती है. इस दिन लोग भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं. मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने 'गोवर्धन' नामक पर्वत उठाकर मथुरावासियों को भगवान इंद्र से बचाया था.

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अंतिम दिन यानि कि 14 नवंबर को भाई दूज, भैया दूज या भाऊ बीज मनाया जाएगा. जो भाइयों और बहनों के विशेष बंधन का त्योहार होता है. भैया दूज का शुभ मुहूर्त दोपहर 01:10 बजे से 03:19 बजे तक रहेगा. यह चंद्र कैलेंडर के शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन मनाया जाता है, जो रक्षाबंधन के समान होता है.

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अमृतसर में  बुधवार, 8 नवंबर को दिवाली त्योहार के लिए सजावटी सामान बेचती एक महिला.

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बुधवार, 8 नवंबर को दक्षिण 24 परगना जिले में दिवाली के त्योहार से पहले चंपाहाटी गांव में एक मजदूर पटाखे बनाता हुआ.

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