Home Photos G20 Summit: देशी 'ट्विस्ट' के साथ सजी दिल्ली, बाइडेन-सुनक को ऐसी नजर आएगी राजधानी
G20 Summit: देशी 'ट्विस्ट' के साथ सजी दिल्ली, बाइडेन-सुनक को ऐसी नजर आएगी राजधानी
G20 Summit: दिल्ली में कलाकारों ने एक दिन में 12 घंटे से अधिक काम करके हाथों से चित्रों को बनाया है.
ऋभु चटर्जी & प्रणय दत्ता रॉय
तस्वीरें
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G20 शिखर सम्मेलन से पहले देशी 'ट्विस्ट' के साथ सजी दिल्ली, Photos में देखें राजधानी का मेकओवर
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
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नई दिल्ली G20 समिट की मेजबानी करने की तैयारी कर रही है. राजधानी वॉल पेटिंग्स और आर्ट के अन्य प्रोजक्ट से सुंदर तरीके से पूरी तरह सज-धज गई है.
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
जैसे ही दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से प्रस्थान करेंगे, उन्हें आसपास छह फीट लंबे शेर की मूर्ती से लेकर नृत्य करती महिला, मूर्तियों, फव्वारों और आर्ट पीस से सजे खूबसूरत नजारों का दीदार होगा.
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
सेंट्रल दिल्ली के मार्ग में, G20 समिट का लोकेशन और विभिन्न लग्जरी होटल, जहां विश्व भर के नेता रुकेंगे, वहां भी बलुआ पत्थर से बने दो बड़े हाथी लगाए गए हैं.
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
मेहरम नगर के नजदीक मूर्तियों का निरीक्षण कर रहे एक अधिकारी ने द क्विंट से बातचीत में बताया "इनमें से बहुत सारी मूर्तियां ओडिशा और राजस्थान से लाई गई हैं. ये मूर्तियां अच्छा प्रभाव डालेंगी और भारतीय संस्कृति का भी चित्रण करेंगी.
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
दिल्ली के रिंग रोड का भी सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. समिट के लोकेशन से नजदीक भारत मंडपम से लीडर और प्रतिनिधी अपनी यात्रा के दौरान अक्सर गुजरेंगे. कार्यक्रम स्थल और दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में अन्य कलाकृतियों के साथ बनी वॉल पेंटिंग्स की समान थीम है, जो भारतीय संस्कृति को एक ट्विस्ट के साथ चित्रित करते हैं.
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
दिल्ली के नगर निगम और किरण नादर संग्रहालय कला द्वारा सामूहिक रूप से शुरू की गई, कलाकृति की जड़ें समकालीन भारतीय विषयों, मधुबनी कला और रेखाचित्रों से ली गई हैं, लेकिन इसे एक नया और ताजा लुक देने के लिए पॉप आर्ट टेक्निक का उपयोग किया गया है.
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
इन वॉल पेंटिंग्स में स्ट्रीट वेंडर, फूल और पान की दुकान, पारंपरिक परिधान पहने भारतीय जैसे प्रमुख डिटेल्स भारतीयता को ट्रिब्यूट देते हैं.
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
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नई दिल्ली में एक रेलवे ब्रिज के नीचे भगवान हनुमान जैसी विभिन्न देवताओं की वॉल पेंटिंग्स बनाई गयी है.
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
वॉल पेंटिंग्स पर काम करने वाले कलाकारों में से एक ने द क्विंट को बताया, "यह एक अच्छा अवसर है कि हमें इस तरह के इवेंट में योगदान करने का मौका मिला है. किसी को हमारी कला की सराहना करते देखना हमारे लिए हमेशा गर्व का क्षण होता है."
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
एक अन्य पुल के पिलर पर मराठा शासक छत्रपति शिवाजी और अन्य भारतीय इतिहास के शख्सियतों को चित्रित किया गया है. इसमें होल्कर साम्राज्य की रानी अहिल्या बाई होल्कर, महाराणा प्रताप और कलिंग के राजा अशोक जैसे दिग्गज शामिल हैं.
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
लकड़ी और लोहे के सीढ़ियों के सहारे हर सप्ताह पांच-छह कलाकारों की टीम ने काम किया है. कलाकारों ने एक दिन में 12 घंटे से अधिक काम करके हाथ से बने चित्रों को न सिर्फ अंडरपास बल्कि फ्लाईओवर के दीवारों पर भी बनाया है.
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
हालांकि, मई 2023 में एक सार्वजनिक सुनवाई के दौरान हर्ष मंदर, शिमला के पूर्व उपमहापौर टिकेंद्र पंवर और वरिष्ठ पत्रकार पामेला फिलिपोज जैसे राइट एक्टिविस्ट ने एक रिपोर्ट जारी की. जिसके अनुसार, G-20 सम्मेलन की तैयारियों के कारण अनुमानित 2.5 से 3 लाख लोगों का विस्थापन हुआ है.
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
'द क्विंट' ने समिट के लिए डिजाइन की गई एक निर्माण स्थल पर काम करने वाली 29 वर्षीय महिला से बात की, जिसने कहा, "कल्पना करें कि उन्हीं लोगों के लिए काम करना कैसा लगता है जिन्होंने मेरा घर छीन लिया. मेरे पास कोई विकल्प नहीं है."
(फोटो: रिभु चटर्जी/द क्विंट)
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