Influenza A subtype H3N2 Virus: भारत में इन्फ्लूएंजा ए सब टाइप H3N2 (Influenza H3N2) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस स्ट्रेन से पीड़ित लोगों में अस्पताल में भर्ती होने की आशंका दूसरे स्ट्रैंस से ज्यादा है. इनमें से कुछ मरीजों में निमोनिया के लक्षण भी दिख रहे हैं. इस वायरस से देश में मौत की रिपोर्ट भी दर्ज की गई है. इन्फ्लूएंजा ए सब टाइप H3N2 से बचने के लिए ICMR और एक्सपर्ट्स ने यहां बताई गई सावधानियां बरतने की सलाह दी है.

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बाहर से आने पर और घर में रहते हुए भी समय-समय पर हाथों को अच्छी तरह से धोएं.

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शरीर में पानी की मात्रा कम न होने दें. हाइड्रेटेड रहें 

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अच्छी तरह से फिट होने वाला फेस मास्क पहनें, खासकर अगर आपमें फ्लू जैसे लक्षण हैं या आपके आसपास किसी को फ्लू जैसे लक्षण हो.

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छींकते और खांसते समय अपना मुंह और नाक ढक लें.

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लोगों से हाथ मिलाने से बचें. इन्फ्लूएंजा ए सब टाइप H3N2 को फैलने से रोकने के लिए ये जरुरी है.

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पब्लिक प्लेस में न थूकें.

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इन्फ्लूएंजा ए सब टाइप H3N2 से बचने के लिए अपने चेहरे को चुने से बचें.

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बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन न करें. फ्लू में एंटीबॉयोटिक्स काम नहीं करते हैं क्योंकि ये वायरस के कारण होता है. हाल ही में ICMR ने अपने बयान में एंटीबायोटिक दवाओं के अंधाधुंध उपयोग के खिलाफ भी चेतावनी दी है, जो एंटीबायोटिक प्रतिरोध (antibiotic resistance) के संकट को और बढ़ा सकता है.

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दूसरों के पास बैठकर खाने से बचें. ऐसा करने से आप इन्फ्लूएंजा ए सब टाइप H3N2 से बीमार होने से खुद को बचा सकते हैं.

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