हमेशा अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले डोनाल्ड ट्रंप मंगलवार को अपना जन्मदिन मना रहे हैं. उन्हें अमेरिकन राजनीति का सलमान खान कहा जा सकता है क्योंकि एक बार वो जो कमेंट कर देते हैं तो खुद की भी नहीं सुनते. राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप इस्लाम विरोधी बयानों तो कभी जातिवाद, भेदभाव भरे भाषणों के कारण हमेशा खबरों की दौड़ में आगे रहते हैं.
अब सोच तो कभी भी आ सकती है इसलिए हमने भी उनके जन्मदिन को एक अलग स्टाइल में मनाने का सोचा, यकीन मानिए ऐसा तो ट्रंप साहब ने भी नहीं सोचा होगा!
ट्रंप ने मई में अपने वाशिंगटन अभियान के दौरान कहा कि अगर वो आएंगे तो बंदूकें और उनके लाइसेंसधारकों पर लगाम नहीं लगाएंगे. उनके हिसाब से अमेरिका को एक फ्री स्टेट बनाए रखने के लिए वहां के लोगों के पास हथियार रखने का अधिकार होना चाहिए. मतलब कि ट्रंप अगर आएंगे तो बुलेट की गर्मी बढ़ाएंगे!
ट्रंप का संयुक्त राज्य अमेरिका और मेक्सिको के बीच एक विशाल दीवार बनाने की एक व्यापक योजना है. ‘अमेरिका को फिर से महान’ और कुछ मध्य-पूर्वी देशों में बमबारी के अलावा उनके दिमाग में अमेरिका की विदेश नीति के लिए और कुछ नहीं है.
हेल्थकेयर को भी लेकर वो काफी संजीदा दिखते हैं, क्योंकि बार-बार उन्होंने ऐलान किया है कि अमेरिका को वो ‘ओबामाकेयर’ से मुक्त करेंगे.
पिछले साल ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका में पुलिस और कानून व्यवस्था सबसे उपर रहेगी. लेकिन कुछ ही समय बाद वह अपने दावों से मुकर गए.
उन्होंने कहा कि सब लोग अपनी सुरक्षा खुद की बंदूकों से करेंगे.
इस साल जनवरी में एक चुनावी रैली में , ट्रंप ने कबूल किया की उन्हें टैक्स पर पैसे खर्च करने से परहेज है. वो कोशिश करते हैं और जितना संभव हो सके उन्हें कम टैक्स का भुगतान करना पड़े. एक संभावित राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का यह बयान जनता से कनेक्ट होने के लिए तो अच्छा है, लेकिन सरकारी खजाने के लिए एक अपशकुन!
डोनाल्ड ट्रंप से जब संभावित क्षेत्रों के लिए बजटीय खर्च में कटौती के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था “हम शिक्षा विभाग में कटौती करने जा रहे हैं.”
इस बात पर उनसे तो बस एक ही सवाल किया जा सकता है: पीके है क्या?
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