तिरे माथे पे ये आंचल बहुत ही खूब है लेकिन

तू इस आंचल से इक परचम बना लेती तो अच्छा था

हिमाचल प्रदेश की एक बेटी ने इसरार-उल-हक मजाज के इस मशहूर अशआर को जमीं पर उतार दिया. धर्मशाला की रहने वाली पर्वतरोही अंजली शर्मा (Himachal Pradesh mountaineer Anjali Sharma) ने अफ्रीका के माउंट किलिमंजारो (Mount Kilimanjaro) की चोटी पर साड़ी व पारंपरिक गद्दी पोशाक लुआचंडी पहनकर फतह किया. इसके लिए उन्हें गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का खिताब हासिल हुआ है.

तिरे माथे पे ये आंचल बहुत ही खूब है लेकिन

तू इस आंचल से इक परचम बना लेती तो अच्छा था

हिमाचल प्रदेश की एक बेटी ने इसरार-उल-हक मजाज के इस मशहूर अशआर को जमीं पर उतार दिया. साड़ी पहनकर ही अफ्रीका सबसे ऊंची चोटी को लांघ दिया.

(फोटो- एक्सेस बाई क्विंट हिंदी)

धर्मशाला की रहने वालीं पर्वतरोही अंजली शर्मा ने अफ्रीका के माउंट किलिमंजारो की चोटी को साड़ी व पारंपरिक गद्दी पोशाक लुआचंडी पहनकर फतह किया. इसके लिए उन्हें गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का खिताब हासिल हुआ है.

(फोटो- एक्सेस बाई क्विंट हिंदी)

अंजली शर्मा ने 30 मार्च 2023 को माउंट किलिमंजारो की चोटी को फतह किया था. हाल ही में उन्हें गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट मिला है.

(फोटो- एक्सेस बाई क्विंट हिंदी)

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अंजलि शर्मा ने 15 वर्ष की ही आयु में 5289 मीटर ऊंची फ्रेंडशिप चोटी पर पहले ही प्रयास में फतह हासिल कर ली थी.

(फोटो- स्क्रीनशॉर्ट)

अंजलि शर्मा इसके बाद हनुमान टिब्बा और 6001 मीटर ऊंचाई वाले पहाड़ देओ पर फतह हासिल कर चुकी हैं.

(फोटो- स्क्रीनशॉर्ट)

गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम शामिल करा चुकीं अंजलि शर्मा का लक्ष्य अपनी संस्कृति को बढ़ावा देना है.

(फोटो- एक्सेस बाई क्विंट हिंदी)

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