Home Photos ईरान के राष्ट्रपति रईसी की मौत पर कश्मीर में निकली रैली, लोगों ने दी श्रद्धांजलि| Photos
ईरान के राष्ट्रपति रईसी की मौत पर कश्मीर में निकली रैली, लोगों ने दी श्रद्धांजलि| Photos
कश्मीर के जदीबल में कई लोगों ने काले झंडे और बैनर फहराए. जबकि पट्टन, बडगाम और यहां तक कि लद्दाख में भी जुलूस निकाले गए
अस्मा भट्ट & उबैद मुख्तार
तस्वीरें
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ईरान के राष्ट्रपति रईसी की मौत पर कश्मीर में निकली रैली
(फोटोः उबैद मुख्तार)
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एक हेलिकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (Iran President Ebrahim Raisi) और उनके विदेश मंत्री की मौत हो गई. उनका हेलीकॉप्टर घने कोहरे में पहाड़ी इलाके को पार करते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में 6 और लोगों को भी जान गंवानी पड़ी है. इसके बाद इस घटना पर ईरान से लेकर भारत के कश्मीर में भी लोगों ने मातम मनाया. यहां देखिए तस्वीरें.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन की मौत पर शोक जताने के लिए बड़ी संख्या में लोग कश्मीर की सड़कों पर उतरे.
(फोटोः उबैद मुख्तार)
जदीबल में कई लोगों ने काले झंडे और बैनर फहराए. जबकि पट्टन, बडगाम और यहां तक कि लद्दाख में शोक जुलूस निकाले गए.
(फोटोः उबैद मुख्तार)
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट किया, ''ईरान के राष्ट्रपति डॉ. इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री एच अमीर-अब्दुल्लाहियन के निधन से गहरा दुख हुआ. हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि इस अत्यंत दुख की घड़ी में उनके परिवारों को यह दुख सहन करने की शक्ति और शक्ति प्रदान करें. दुख की इस घड़ी में हम ईरान के लोगों के साथ खड़े हैं.”
(फोटोः उबैद मुख्तार)
कश्मीर के राजनेताओं ने भी अपनी संवेदना व्यक्त की और श्रद्धांजलि दी.
(फोटोः उबैद मुख्तार)
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हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और कश्मीर के प्रमुख धर्मगुरू मीरवाइज उमर फारूक ने कहा कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की दुखद मौत से उन्हें गहरा दुख हुआ है.
(फोटोः उबैद मुख्तार)
श्रीनगर के रहने वाले 27 वर्षीय अमीर अली पारे ने द क्विंट को बताया, “ये मौतें पूरे कश्मीर के लिए एक दुखद दिन है, हमारे दिल टूट गए हैं और हमारी आंखों में आंसू हैं. शहीद रईसी और अब्दुल्लाहियन को अब तक के सबसे तेज और सबसे सफल राजनयिकों में से कुछ के रूप में याद किया जाएगा. उनकी आत्मा को शांति मिले."
(फोटोः उबैद मुख्तार)
श्रीनगर के 65 वर्षीय अली मुहम्मद ने द क्विंट को बताया, "हेलीकॉप्टर दुर्घटना बेहद संदिग्ध है. वे अजरबैजान में एक बैठक से वापस आए. वहां हेलीकॉप्टर का क्या हुआ? रखरखाव और सुरक्षा का प्रभारी कौन था ? उस तक किसकी पहुंच थी? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब दिया जाना चाहिए. वे सभी एक ही स्थान पर एक साथ क्यों थे और इस घटना की उचित जांच की आवश्यकता है."
(फोटोः उबैद मुख्तार)
मुहम्मद ने आगे कहा, “ईरान के राष्ट्रपति की विरासत हम सभी को हमेशा प्रेरित करती रहेगी. कूटनीति के प्रति उनके अटूट समर्पण और न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी है. उनकी आत्मा को शांति मिले."
(फोटोः उबैद मुख्तार)
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