Jharkhand strike against govt over recruitment policy: झारखंड सरकार की रिक्रूटमेंट पॉलिसी के विरोध में झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स एसोसिएशन और झारखंड यूथ एसोसिएशन की ओर से बुलाये गये 48 घंटे का झारखंड बंद आज से शुरू हो गया है. राज्य के ज्यादातर जिलों में इसका मिला-जुला असर दिख रहा है.

<div class="paragraphs"><p>(फोटो: क्विंट हिंदी)</p></div>

झारखंड सरकार की रिक्रूटमेंट पॉलिसी के विरोध में झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स एसोसिएशन और झारखंड यूथ एसोसिएशन की ओर से बुलाये गये 48 घंटे का झारखंड बंद आज से शुरू हो गया है. राज्य के ज्यादातर जिलों में इसका मिला-जुला असर दिख रहा है.

(फोटो: क्विंट हिंदी)

रांची, हजारीबाग, रामगढ़, गिरिडीह, बोकारो, धनबाद, साहिबगंज सहित कई शहरों में बंद समर्थक सुबह से ही सड़कों पर उतरे हैं सबसे ज्यादा असर लंबी दूरी के वाहनों पर पड़ा है.

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बंद समर्थक संगठनों की मांग है कि झारखंड में तीसरे और चौथे दर्जे की नौकरियों में शत-प्रतिशत झारखंडियों के लिए आरक्षित किया जाए और झारखंडी उन्हें माना जाए, जिनके पूर्वजों के नाम 1932 के लैंड सर्वे के कागजात (खतियान) में दर्ज हों.

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पिछले तीन महीनों में यह तीसरी बार है, जब इस मुद्दे को लेकर छात्र संगठनों ने झारखंड बंद बुलाया है. इस बार 10 और 11 जून को दो दिवसीय बंद का ऐलान किया गया है.

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सरायकेला-खरसावां जिले में चौका-कांड्रा सड़क पर बंद समर्थक निकले और छिटपुट रूप से चल रहे मालवाहक वाहनों को बंद कराया.

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झारखंड सरकार रिक्रूटमेंट की जो पॉलिसी लाई है, उसमें नौकरियों में 40 फीसदी सीटें ओपन टू ऑल हैं. यानी 40 फीसदी सीटों पर झारखंड से बाहर के प्रदेशों के अभ्यर्थियों की भी बहाली हो सकती है.

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रांची-टाटा रोड पर नामकुम थाना क्षेत्र के रामपुर के पास बंद समर्थकों ने शनिवार को सड़क पर टायर जलाया.

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बंद समर्थकों पर नजर रखने के लिए मुख्यमंत्री आवास, मोरहाबादी मैदान और उसके आसपास के इलाके में दो दर्जन से अधिक अलग से सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. रांची के एसएसपी कौशल किशोर ने कहा है कि झारखंड बंद के दौरान अशांति फैलाने वाले लोगों को कतई बख्शा नहीं जायेगा.

 

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साहिबगंज में बंद समर्थकों ने बाजार एवं दुकानें बंद करा दीं. यहां गाड़ियों को चलने से रोका जा रहा है. चाईबासा में बंद का मिला-जुला असर है. यहां भी बंद समर्थकों ने जगह-जगह रास्ता रोका है.

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राजधानी से खुलने वाली अधिकांश बसों को बस स्टैंड में ही रोक दिया गया है. हालांकि बाजार सामान्य दिनों की तरह खुले हैं.

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