केदारनाथ धाम में भारी बर्फबारी के बीच ग्लेशियर टूट गया है, जिसकी वजह से पैदल मार्ग पर भी असर पड़ा है, कुबेर गधेरे के पास हिमस्खलन (avalanche) हुआ, जिससे यात्रा मार्ग पर भी असर पड़ा.. हालांकि मौसम विभाग ने इसका पूर्वानुमान पहले ही जारी कर दिया था. उत्तराखंड सरकार ने अगले 3 से 4 दिनों तक केदारघाटी में मौसम खराब रहने की संभावना को देखते हुए केदारनाथ धाम के लिए पंजीकरण 8 मई तक निलंबित कर दिया है. बता दें, केदारनाथ में लगातार हो रही बर्फबारी के चलते मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया था. जिसके बाद 3 मई 2023 को यात्रा रोक दी गई थी.

<div class="paragraphs"><p>(फोटो-क्विंट हिंदी)</p></div>

3 मई की शाम केदारनाथ घाटी में कुबेर गधेरे के पास हिमस्खलन हुआ

(फोटो-क्विंट हिंदी)

वहीं राहत की बात ये रही कि उस दौरान वहां कोई यात्री मौजूद नहीं था, क्योंकि केदारनाथ क्षेत्र में हो रही भारी बर्फबारी को देखते हुए 3 मई के लिए यात्रा को रोक दिया गया था.

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मौके पर स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ व पीडब्लूडी मार्ग को खोलने में जुटे हैं. फिलहाल यहां से घोड़ा-खच्चर और डंडी-कंडी नहीं जा सकते है, केवल मार्ग पैदल यात्रियों के लिए खुला है.

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उत्तराखंड सरकार ने अगले 3 से 4 दिनों तक केदारघाटी में मौसम खराब रहने की संभावना को देखते हुए केदारनाथ धाम के लिए पंजीकरण 8 मई तक निलंबित कर दिया गया है

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वहीं बता दें, 4 मई तक 1.23 लाख श्रद्धालु केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं.

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लगातार बिगड़ता मौसम उत्तराखंड सरकार और तीर्थ यात्रियों के लिए चुनौती बना हुआ है.

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25 अप्रैल 2023 को खुले थे श्रद्धालुओ के लिए चार धाम के कपाट, उसके बाद से ही मौसम बिगड़ता जा रहा है और भारी बर्फबारी के चलते तापमान माइनस में चला गया है. हिमस्खलन के बाद यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए यात्रा को रोक दिया गया है.

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