Home Photos मणिपुर हिंसा: जब एक साथ दफ्न हुए 87 कुकी-जो के शव, एक महीने का बच्चा भी शामिल| Photos
मणिपुर हिंसा: जब एक साथ दफ्न हुए 87 कुकी-जो के शव, एक महीने का बच्चा भी शामिल| Photos
Manipur mass burial: 20 दिसंबर को दोपहर करीब 2.30 बजे खुगा बांध के पास सेखें गांव में 87 शवों को एक साथ दफनाया गया
क्विंट हिंदी
तस्वीरें
Published:
i
मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में दफनाए गए 87 कुकी-जो पीड़ितों के शव देखें Photos
Photo: The Quint
✕
advertisement
Manipur violence:पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच चल रही झड़पों में मारे गए 87 कुकी-ज़ो पीड़ितों के शवों को बुधवार, 20 दिसंबर दफनाया गया. इन शवों को चुराचांदपुर जिले के खुगा बांध के पास सेखेन गांव में दोपहर करीब 2.30 बजे सामूहिक रूप से दफनाया गया.
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में मैतेई और कुकी के बीच चल रही झड़पों में मारे गए 87 कुकी-ज़ो पीड़ितों के शवों को बुधवार को दफनाया गया.
(फोटो: द क्विंट द्वारा एक्सेस किया गया)
इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, चुराचांदपुर जिले के खुगा बांध के पास सेखेन गांव में दोपहर करीब 2.30 बजे सामूहिक रूप से दफनाया गया.
(फोटो: द क्विंट द्वारा एक्सेस किया गया)
इस महीने में दूसरी बार है सामूहिक तौर पर शवों को दफनाया गया. सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद महीने की शुरुआत में 64 शवों को मुर्दाघर से शिफ्ट किया गया था.
(फोटो: द क्विंट द्वारा एक्सेस किया गया)
राज्य सरकार ने गुरुवार, 14 दिसंबर को 64 शवों (जिसमें 60 कुकी-ज़ो समुदाय के थे) को एयरलिफ्ट किया और उन्हें चुराचांदपुर, कांगपोकपी और इंफाल जिलों में उनके संबंधित परिवारों को लौटा दिया. कड़ी सुरक्षा के बीच शवों को अलग-अलग मुर्दाघरों से ले जाया गया.
(फोटो: द क्विंट द्वारा एक्सेस किया गया)
निरंतर हिंसा के कारण, पहाड़ियों के कुकी-बहुल क्षेत्रों में मैतेई और घाटी के मैतेई-बहुल क्षेत्रों में कुकी के लिए पहुंचना असंभव हो गया है. इससे परिवारों के लिए अपने परिजनों के शवों को ढ़ूढ पाना बहुत मुश्किल हो गया.
(फोटो: द क्विंट द्वारा एक्सेस किया गया)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
बुधवार 20 दिसंबर को दफनाए गए 87 शवों में एक महीने का बच्चा भी शामिल था.
(फोटो: द क्विंट द्वारा एक्सेस किया गया)
कुकी-ज़ो पीड़ितों के कुल 60 शवों में से 41 को हवाई मार्ग से चुराचांदपुर ले जाया गया और शेष 19 कांगपोकपी ले जाया गया.
(फोटो: द क्विंट द्वारा एक्सेस किया गया)
आईटीएलएफ के अनुसार, समुदाय के 11 अन्य लोग अभी भी लापता हैं
(फोटो: द क्विंट द्वारा एक्सेस किया गया)
सामूहिक दफ़न समारोह में ग्राम रक्षा स्वयंसेवकों द्वारा बंदूक की सलामी भी शामिल थी