जेएनयू में देशद्रोही नारेबाजी होने की घटना के बाद सोशल मीडिया पर जोर-शोर से विश्वविद्यालय और इसके छात्रों को देशद्रोही करार दिया गया. छात्रों ने अपने घरवालों से लेकर दोस्तों और टेम्पों वालों तक से देशद्रोही होने के ताने बर्दाश्त किए.

लेकिन, छात्रों ने हर ओर से विरोध के उठते स्वरों को झेलते हुए अपनी यूनिवर्सिटी के समर्थन में आज गुरुवार को मंडी हाउस से लेकर संसद मार्ग तक शांतिपूर्वक मार्च निकाला. योजना के अनुसार ये मार्च जंंतर-मंतर तक जाने वाला था. लेकिन, दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर मार्च को संसद मार्ग पर ही रोक दिया.

बैरिकेडिंग के एक ओर आत्मबल से लबालब हजारों छात्रों का सैलाब था तो दूसरी ओर पानी की तेज धार मारने वाले वरुण वाहन और दिल्ली पुलिस की कई टुकड़ियां.

लेकिन, ये तस्वीरें आपको बता सकती हैं कि जब छात्र अपनी स्वतंत्रता के लिए कक्षाओं से निकलकर सड़क पर उतरते हैं तो उनके हुजूम में दिखती है वो छात्र शक्ति जो हर देश की धमनी में बहने वाले रक्त जितनी साफ और तेज होती है.

जेएनयू में साबरमती ढाबे पर छात्रों को संबोधित करतीं जेएनयू छात्रसंघ उपाध्यक्ष शैला राशिद शोरा (फोटोः द क्विंट)
साबरमती होस्टल के सामने प्लेकार्ड लेकर कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी पर अपना विरोध प्रदर्शन करते जेएनयू छात्र (फोटोः द क्विंट)
जेएनयू के गंगा ढाबे पर कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में नारे लगाते जेएनयू छात्र (फोटोः द क्विंट)

जमकर हुआ बस्सी का विरोध

जेएनयू छात्रों ने पूरे विवाद में दिल्ली पुलिस कमिश्नर की भूमिका पर सवाल उठाए और उनका विरोध किया.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
बाराखंबा रोड पर आगे बढ़ता हुआ जेएनयू एकता मार्च (फोटोः द क्विंट)
संसद मार्ग पर तैनात पुलिस बल (फोटोः द क्विंट)
संसद मार्ग पर शांतिपूर्वक आयोजित होता जेएनयू एकता मार्च (फोटोः द क्विंट)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 18 Feb 2016,10:17 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT