साउथॉल ब्रॉडवे और ग्रीन स्ट्रीट शहरों में दक्षिण एशियाई लोग रहते हैं. वहीं इन दोनों शहरों में, 1950 के दशक की शुरुआत से कई भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी स्वामित्व वाली दुकानें खोली गई थीं.
शुक्रवार की शाम ग्रीन स्ट्रीट से गुजरते हुए यहां ईद की तैयारियों के बीच काफी चहल-पहल देखने को मिली. सड़क पर मेहंदी कोन, हिजाब के सामान और उपहार देने के लिए ट्रिंकेट बेचने वाले स्टॉल लगे हुए थे, वहीं बुटीक ग्राहकों से भरे-पड़े थे और ईद के इस खास मौके पर कपड़े और केक के लिए ऑर्डर दे रहे थे.
साउथहॉल ब्रॉडवे पर एक दुकान के बाहर एक अस्थायी स्टॉल पर महिलाओं के सामान और मेंहदी कोन बिक रहे थे.
25 साल पुराने हिमालय रेस्टोरेंट के बाहर तला और बेक किया हुआ सामान बेचने का स्टॉल लगा हुआ था.
ईद से पहले ग्रीन स्ट्रीट, लंदन में एक अस्थायी स्टॉल पर मेंहदी के कोन बिकते हुए.
ग्रीन स्ट्रीट, लंदन में इफ्तार से कुछ मिनट पहले हिमालया रेस्तरां के स्टॉल पर ग्राहकों का भीड़ उमड़ पड़ा.
ग्रीन स्ट्रीट, लंदन में इफ्तार से कुछ मिनट पहले स्नैक स्टॉल के बाहर खड़े ग्राहक.
ADVERTISEMENTADVERTISEMENTग्रीन स्ट्रीट, लंदन में बंगाली कैफे के सामने से एक फूड डिलीवरी ड्राइवर जाते हुए.
दक्षिण एशियाई बुटीक ग्रीन स्ट्रीट, लंदन में खरीदारी करते लोग.
साउथहॉल ब्रॉडवे पर इफ्तार के लिए एक स्नैक स्टॉल पर तले हुए स्नैक्स और फेनी बेचते हुए.
लंदन के साउथहॉल में रमजान के दौरान हनीफ अहमद का स्नैक स्टॉल देर रात तक खुला रहता है.
लंदन के साउथ हॉल में ताजा जलेबियां बनाते एक सेफ.
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