कलकत्ता के एक कायस्थ परिवार में जन्मे स्वामी विवेकानंद ने पूरी दुनिया में भारत के आध्यात्मिक ज्ञान का परचम लहराया था.
स्वामी विवेकानंद 4 जुलाई, 1902 को इस संसार को अलविदा कह गए. स्वामी विवेकानंद की बचपन से ही आध्यात्म में गहरी रुचि थी. वेद, उपनिषद और भारत का आध्यात्मिक दर्शन अमेरिका से लेकर यूरोप तक स्वामी विवेकानंद की वजह से ही पहुंचे. उन्होंने ही रामकृष्ण मिशन की स्थापना की, जो आज भी अपना काम कर रहा है. वे रामकृष्ण परमहंस के प्रिय शिष्य थे.
विवेकानंद के उच्च विचार जीवन में सफलता की कुंजी माने जाते हैं. इन पर डालिए एक नजर...
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