सहारा ग्रुप की एंबी वैली की नीलामी रोक दी गई है, इस बात की जानकारी सुप्रीम कोर्ट को गुरुवार को दी गई. कारण ये है कि 34 हजार करोड़ के इस बेहद आलीशान टॉउनशिप की नीलामी के जवाब में किसी संभावित खरीदार से जवाब नहीं मिल सका. चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाले विशेष खंडपीठ को बॉम्बे हाईकोर्ट ने ये जानकारी दी.
पीठ ने ऐंबी वैली में सहारा समूह की संपत्ति अपने कब्जे में लेने के लिये एक रिसीवर नियुक्त किया था. पीठ ने नीलामी प्रक्रिया बंद करने का आदेश देते हुये साई राइडम रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड और प्राइम डाउन टाउन रियल इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को सेबी-सहारा खाते में एक हजार करोड़ रुपए जमा कराने का निर्देश दिया था.
इससे पहले, सहारा समूह ने कहा था कि ये फर्म मुंबई के वसई में उसकी संपत्तियों को खरीदने के लिये तैयार हैं. सहारा समूह की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा कि वसई की संपत्ति की बिक्री से करीब एक हजार करोड़ रूपए मिलेंगे जिसे सेबी-सहारा खाते में जमा करा दिया जायेगा. पीठ ने इसके बाद दोनों फर्मो से कहा कि वे आज ही 99 करोड़ रूपए का बैंक ड्राफ्ट जमा करायें और उन्हें बाकी रकम जमा कराने के लिये एक समय सीमा तय की थी.
बता दें कि सहारा ग्रुप की एंबी वैली खूबसूरती और चमक-दमक यूरोप के किसी भी खास जगह को मात दे सकती है. इन सबके बावजूद इसे कोई संभावित खरीदार नहीं मिल रहा है.
आइए जानते हैं एंबी वैली के बारे में कुछ खास बातें:
स्पोर्ट्स की बात करें तो वॉटर स्पोर्ट्स, एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसे इवेंट्स यहां होते रहते हैं. साथ ही बाइक और कार रेसिंग के लिए अलग से सुविधाएं हैं.
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