Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Photos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019शरद पवार पालकी में सवार होकर रायगढ़ किले तक पहुंचे, पार्टी का नया चुनाव चिन्ह लॉन्च| Photos

शरद पवार पालकी में सवार होकर रायगढ़ किले तक पहुंचे, पार्टी का नया चुनाव चिन्ह लॉन्च| Photos

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने अपनी पार्टी का नया चुनाव चिन्ह- 'तुतारी/तुरहा बजाता आदमी' लॉन्च किया.

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<div class="paragraphs"><p>Nationalist Congress Party (Sharadchandra Pawar) Symbol Launch</p></div>
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Nationalist Congress Party (Sharadchandra Pawar) Symbol Launch

(फोटो- पीटीआई)

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Nationalist Congress Party (Sharadchandra Pawar) Symbol Launch: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को छत्रपति शिवाजी के रायगढ़ किले से अपनी पार्टी का नया चुनाव चिन्ह- 'तुतारी/तुरहा बजाता आदमी' लॉन्च किया.

83 साल के शरद पवार शनिवार, 24 फरवरी को 4,400 फीट ऊंचे रायगढ़ किले के बेस में अपने वाहन से उतर गए, और उन्हें एक खुली 'पालकी' पर बिठाया गया. पालकी को थोड़ी दूर स्थित रोपवे प्रवेश द्वार तक आधा दर्जन कहार उठाकर ले गये.

चार दशकों से अधिक समय के बाद छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी में आने के बाद, पवार रायगढ़ किले के रोपवे पर चढ़े और लटकती हुई कार उन्हें बमुश्किल पांच मिनट में ऊपर ले गई, जहां सुबह से ही कार्यक्रम स्थल पर मौजूद उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया.

यहां देखिए तस्वीरों में चुनाव चिन्ह उद्घाटन समारोह की तस्वीर:

शरद पवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की भव्य प्रतिमा तक ले जाया गया. उन्हें एक विशेष 'पगड़ी' (फेटा) पहनाई गई. समारोह एक दर्जन से अधिक 'तुतारी' (तुरही) के साथ शुरू हुआ. 

(फोटो- शरद पवार/ X)

शरद पवार ने 'तुतारी' को एनसीपी (एसपी) को समर्पित किया और इसे "खुशी का बिगुल बताया जो जनता के लोकतंत्र को बहाल करने में मदद करेगा".

(फोटो- शरद पवार/ X)

पवार ने कहा, "'तुतारी' संघर्ष के युग की शुरुआत करती है... जनता के लिए, यह लोकतंत्र वापस लाएगी... हम छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेंगे और एनसीपी (एसपी) बिगुल बजाते हुए आगे बढ़ेगी."

(फोटो- शरद पवार/ X)

शरद पवार ने प्रतिबद्धता जताई कि पार्टी वैचारिक युद्ध लड़ने के बाद एक आदर्श, जन-उन्मुख शासन के लिए छत्रपति के आदर्शों पर चलने का प्रयास करेगी.

(फोटो- शरद पवार/ X)

जुलाई 2023 में 25 साल पहले पवार द्वारा स्थापित एनसीपी विभाजित हो गई थी, जिसमें उनके भतीजे अजीत ए. पवार के नेतृत्व वाला अलग गुट बाहर हो गया था. इस महीने (फरवरी 2024) चुनाव आयोग ने अजीत पवार समूह को मूल एनसीपी नाम आवंटित किया और उसका प्रतीक 'घड़ी' भी सौंपा. 

(फोटो- पीटीआई)

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आयोग ने 22 फरवरी को एनसीपी (एसपी) को 'तुतारी बजाता हुआ व्यक्ति' चुनाव चिह्न आवंटित किया था, जिसे पार्टी ने गर्मजोशी से स्वीकार कर लिया.

(फोटो- शरद पवार/ X)

पवार ने एनसीपी (एसपी) को एक प्रतीकात्मक 'तुतारी' समर्पित किया, जहां जयंत पाटिल, जितेंद्र अवहाद और अन्य जैसे वरिष्ठ नेताओं ने तालियां बजाईं और उनका उत्साहवर्धन किया. 

(फोटो- शरद पवार/ X)

'तुतारी' महत्वपूर्ण और शुभ आयोजनों, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, राजनीतिक, धार्मिक या वीआईपी आयोजनों से जुड़ा है. जनता के बीच इसकी आसान पहचान है. साथ ही इसके चारों ओर एक शाही आभा है.

(फोटो- शरद पवार/ X)

एनसीपी (एसपी) सुप्रीमो शरद पवार, कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले, प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और अन्य पार्टी नेताओं ने 'तुतारी' दिये जाने का स्वागत किया है.

(फोटो- शरद पवार/ X)

यह शरद पवार ने कहा कि इतिहास में कई राजा और सम्राट आए और चले गए, लेकिन केवल छत्रपति शिवाजी महाराज को ही 'जनता राजा' कहा जाता था, जिन्होंने आम लोगों की सेवा की.

(फोटो- शरद पवार/ X)

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