महिलाएं विमान उड़ा रही हैं. पहाड़ों पर चढ़ाई कर रही हैं. लेकिन 'क्या वह वास्तव में ऐसा कर सकती हैं?', 'क्या उनके पास वह है जो इसके लिए जरूरी है?' हैदराबाद मेट्रो रेल (HMR) की महिला लोको पायलटों के पास इस तरह के सवालों के लिए समय नहीं है. रोजाना हजारों यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने से लेकर काम और परिवार को संभालने तक, वे कभी नहीं रुकती हैं. एचएमआर में कम से कम 80 महिला लोको पायलट और बड़ी संख्या में महिला तकनीकी कर्मचारी हैं. इस महिला दिवस, द क्विंट ने उनमें से कुछ से बात की और जानने की कोशिश की कि उन्हें कैसा लगता है?
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