भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह (Brijbhushan Saran Singh) के खिलाफ पहलवानों द्वारा आयोजित किए गए कैंडल मार्च में भाग लेने के लिए भारी भीड़ जमा हुई.
(फोटो- आशना भूटानी/क्विंट हिंदी)
मंगलवार, 23 मई को दिल्ली के जंतर मंतर से इंडिया गेट तक मार्च निकाला गया. साक्षी मलिक, विनेश फोगट और बजरंग पुनिया सहित प्रमुख भारतीय पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपी डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
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ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता साक्षी मलिक ने मंगलवार को दिल्ली के जंतर मंतर से इंडिया गेट तक मार्च करने के लिए उमड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि यह भारत की बेटियों की लड़ाई है...धैर्य रखें, हम यह लड़ाई जीतेंगे.
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मंगलवार को मार्च में हरियाणा से भी कई लोग शामिल हुए. हरियाणा के रोहतक के 62 वर्षीय हरिओम ने कहा कि जब तक बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता, वे लड़ना बंद नहीं करेंगे.
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प्रदर्शनकारी पहलवानों के कैंडल मार्च से पहले दिल्ली के इंडिया गेट पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था.
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बृज भूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों के लिए न्याय की मांग को लेकर भीम आर्मी और भारतीय किसान यूनियन के समर्थकों ने कैंडल मार्च में हिस्सा लिया.
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हरियाणा के रोहतक की 66 वर्षीय महिला कृष्णा मलिक ने कहा, "हमें जब तक जरूरत होगी, हम रुकेंगे...जैसे हमने किसानों के विरोध के दौरान किया था. कुछ दिनों से आ रहे हैं और वापस जा रहे हैं. यह लड़ाई हमारे लिए जरूरी है.
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दिल्ली पुलिस ने सात पहलवानों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें से एक नाबालिग है. साथ ही यौन उत्पीड़न के आरोपों पर बृजभूषण सिंह सिंह से पूछताछ की है. अभी तक दोनों मामलों में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.