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बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह के बाद अब बीजेपी की कमान यानी कि अध्यक्षता जेपी नड्डा संभालेंगे. राष्ट्रीय स्तर की राजनीति में नड्डा साल 2010 से एक्टिव हैं, जब उन्हें उस समय के BJP अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अपनी नई टीम में शामिल किया था. उस वक्त उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया था. फिर साल 2014 में जब केंद्र में BJP की सरकार बनी तो नड्डा को भी केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया गया. जेपी नड्डा दो बार, यानी 2012 और 2018 में राज्यसभा में सदस्य के तौर पर भी चुने गए. और अब पार्टी के अध्यक्ष बन दिए गए हैं.
लेकिन सवाल ये है कि जब नागरिकता संशोधन कानून (CAA), NRC और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) जैसे मुद्दों को लेकर देशभर में प्रदर्शन चल रहे हैं. तो ऐसे में इन मुद्दों को लेकर पार्टी का पक्ष और बचाव करने के लिए वो किस तरीके से काम करेंगे ?
बीजेपी की नयी अध्यक्षता से जुड़े सवालों को समझने के लिए आज बिग स्टोरी पॉडकास्ट में बात करेंगे पत्रकार, लेखक नीलांजन मुखोपाध्याय से, जो हिन्दू नेशनलिस्टिक पॉलिटिक्स पर लिखते हैं.
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