मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Podcast Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019दिल्ली हिंसा: नाउम्मीदी के दौर में उम्मीद जगाने वाली कहानियां

दिल्ली हिंसा: नाउम्मीदी के दौर में उम्मीद जगाने वाली कहानियां

पूरे वाकये में आपने नरफत की खूब कहानियां सुनी होंगी लेकिन इसी हिंसा में कौमी एकता की भी तस्वीरें उभरकर आईं हैं

वैभव पलनीटकर
पॉडकास्ट
Updated:
(फोटो: क्विंट हिंदी)
i
null
(फोटो: क्विंट हिंदी)

advertisement

पिछले कुछ दिन उत्तर पूर्वी दिल्ली के लोगों के लिए खौफनाक रहे. सालों से जतन करके बसाई गई दुनिया एक झटके में उजड़ गई. तोड़-फोड़, आग, गोली, बम, पिस्तौल, लाशें, हमने तबाही की कई तस्वीरें आईं. धर्म के नशे में चूर लोग जान लेने से भी नहीं चूके.

पूरे वाकये में आपने नरफत की खूब कहानियां सुनी होंगी लेकिन इसी हिंसा में कौमी एकता की भी तस्वीरें उभरकर आईं हैं. इसलिए हमने तय किया है कि आपको कुछ ऐसी कहानियों से मिलवाया जाए जो इस नाउम्मीदी के दौर में भी उम्मीद की किरण जगाती हैं.

आपको जिंदादिली की कुछ और कहानियां बताते हैं. Times of India में छपी रिपोर्ट है. दिल्ली के ही अशोकनगर में जब हिंसा हुई, बड़ी मस्जिद में आग लगाई गई. जब भीड़ घरों और दुकानों को जला रही थी. तो 40 मुसलमानों को पड़ोस में रह रहे हिंदुओं ने घर में पनाह दी, उन्हें सुरक्षित रखा. कम्युनल ताकतों को हराने के लिए- यमुना विहार इलाके में रह रहे हिंदू-मुसलमानों ने कंधे से कंधा मिलाया. उपद्रवियों को खदेड़ा. और वो उपद्रवियों से निपटने की कमान अपने हाथ में लेते हुए दोनों समुदाय इलाके की सुरक्षा कर रहे हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 28 Feb 2020,08:55 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT