advertisement
मध्य प्रदेश की राजनीतिक में आए भूचाल ने कांग्रेस पार्टी की होली को बेरंग कर दिया. पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. उनके साथ 6 मंत्रियों समेत 20 से ज्यादा एमएलए भी इस्तीफा दे चुके हैं. अब राज्य की कमलनाथ सरकार अल्पमत में है और कोई चमत्कार ही उसे गिरने से बचा सकता है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी का दामन थामा है. वही बीजेपी जिसके खिलाफ वो दिसंबर 2018 के चुनाव में विरोध का परचम बुलंद कर रहे थे. खैर.. इसी का नाम राजनीति है.
10 मार्च की सुबह पूरा देश होली का त्योहार मना रहा था लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया और बीजेपी आलाकमान जैसे किसी और ही मिशन पर थे. ज्योतिरादित्य ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की फिर शाह और सिंधिया मिलकर पीएम मोदी से मिलने पहुंचे. तीनों के बीच करीब 1 घंटे तक बातचीत चली. इसके बाद सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. उधर कांग्रेस ने बयान जारी किया कि सिंधिया को पार्टी से निकाला दिया गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined