advertisement
टी-20 क्रिकेट की सबसे बड़े लीग इंडियन प्रेमियर लीग (IPL) को टक्कर देने के लिए हमारे पड़ोसी पाकिस्तान ने PSL( पाकिस्तान सुपर लीग ) के नाम से पिछले साल टूर्नामेंट शुरू किया. भारत जहां इस बार आईपीएल का 10वां सीजन होस्ट करेगा, वहीं पीएसएल का ये दूसरा ही साल है.आईपीएल और बीपीएल ( बांग्लादेश प्रेमियर लीग ) के बाद उपमहाद्वीप में ये तीसरी क्रिकेट लीग है. पीसीबी का दावा है कि उनकी ये क्रिकेट लीग किसी भी हाल में आईपीएल से कम नहीं है.
इसमें कोई शक नहीं कि पीएसएल का पहला सीजन सफल रहा लेकिन आईपीएल में जो पैसा,फैंस, स्टार्स और रिकॉर्ड्स की भरमार है वो उसे अब भी क्रिकेट लीग की दुनिया में सबसे आगे रखते हैं.
आइए हम आपको बताते हैं कि क्यों आईपीएल हर लिहाज से पीएसएल पर भारी है.
वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और सुनील नरेन से लेकर दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स और डेविड मिलर. और हां, टीम इंडिया के मेगास्टार्स को भूल ही मत जाइएगा. पूरी दुनिया का बड़े से बड़ा खिलाड़ी आईपीएल के पहले सीजन में शिरकत करने आया था. जहां सिर्फ गिने-चुने पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने आईपीएल खेला है तो वहीं पीएसएल में कोई भी भारतीय हिस्सा नहीं लेगा.
टेस्ट खेलने वाले देशों में पाकिस्तान ने सबसे आखिर में टी-20 लीग शुरु की है, लेकिन फिर भी शेन वॉट्सन, ड्वेन स्मिथ और क्रिस गेल जैसे कुछ बड़े नाम इस लीग के पहले सीजन में खेलते नजर आए.
आईपीएल में एक टीम 5 तरीकों से खिलाड़ियों को खरीद सकती है: ऑक्शन, घरेलू क्रिकेटर्स से करार, ट्रेडिंग, रिप्लेसमेंट और अनकैप्ड खिलाड़ियों से करार.
जबकि पीएसएल में खिलाड़ियों को एक ड्राफ्ट के जरिए खरीदा जाता है. खिलाड़ियों को डायमंड, सिल्वर, प्लेटिनम, गोल्ड और इमरजिंग नाम की पांच कैटेगिरी में बांटा गया है.
2008 में शुरुआत के बाद से, आईपीएल में हर साल कम से कम 8 टीमें रहीं. 2011 में तो ये आंकड़ा 10 तक पहुंचा और फिर 2012-2013 में 9 टीमें खेलीं. लेकिन, पीएसएल में सिर्फ 5 टीमें खेलती हैं.
इन टीमों के नाम हैं :-
पेशावर जल्मी, इस्लामाबाद यूनाइटेड, लाहौर कलंदर्स, क्वेटा ग्लैडियेटर्स और कराची किंग्स
आईपीएल में हमेशा देशभर के युवा टैलेंट को प्रमोट करने पर जोर दिया गया. टीम में अधिकतम 27 खिलाड़ी रखे जा सकते हैं जिनमें 10 विदेशी खिलाड़ियों की अनुमति है. तो वहीं पीएसएल में 12 देसी खिलाड़ियों के अलावा सिर्फ 4 विदेशी खिलाड़ियों को टीम में जगह मिल सकती है.
पीएसएल में सिर्फ 24 मैच खेले जाएंगे, जहां एक टीम दूसरी टीम से दो बार टकराएगी. इसलिए ये टूर्नामेंट सिर्फ 1 महीने ही चलेगा. वहीं दूसरी तरफ आईपीएल हर साल लगभग 2 महीने तक चलता है. दर्शकों को ये टूर्नामेंट ज्यादा वक्त तक बांधे रखता है. इस साल आईपीएल का 10वां सीजन 5 अप्रैल से 21 मई तक चलेगा तो वहीं पीएसएल 9 फरवरी से 7 मार्च तक खेला जाएगा.
आईपीएल 2016 की विजेता टीम को ईनामी राशि के तौर पर लगभग 20 करोड़ ( 3 मिलियन डॉलर ) मिले थे तो वहीं पीएसएल के पहले सीजन में कुल प्राइज मनी ही सिर्फ 1 मिलियन डॉलर थी.
वहीं अगर दोनों ही लीग के पहले टीम ऑक्शन में तुलना करें तो आईपीएल ने 723.5 मिलियन डॉलर कमाए थे तो वहीं पीएसएल ने सिर्फ 18.6 मिलियन डॉलर
बांग्लादेशी टैलेंट पर जरा भी शक है तो वर्ल्ड T-20 याद कर लो विराट!
आईपीएल के में हरएक बाउंड्री या विकेट पर मैदान पर मौजूद चीयरलीडर्स ठुमके लगाती नजर आती हैं. तो वहीं दूसरी तरफ पीएसएल में ऐसा कोई मसाला नहीं. मैदान पर मौजूद दर्शकों के लिए यहां सिर्फ क्रिकेट ही मनोरंजन का साधन है. हालांकि ओपनिंग सेरेमनी के दौरान वो अली जफर, शहजाद रॉय और जमैकन सिंगर शैगी के गाने सुन सकते हैं.
चाहे बिगबैश लीग हो, बीपीएल हो, कैरेबियन प्रेमियर लीग हो या फिर रैम स्लैम टी-20 चैलेंज. आईपीएल के सामने तो ये सभी क्रिकेट लीग बोने ही हैं लेकिन पीएसएल में जो एक बात खास है वो ये कि यहां आईपीएल की तरह ही मैदान पर बहुत इमोशनल फैंस देखने को मिलेंगे, खचाखच स्टेडियम भरे मिलेंगे. और यही कारण है कि इस लीग के हिट होने की पूरी-पूरी संभावना है.
यह भी पढ़ें.
हैदराबाद टेस्ट: पहले दिन विजय-विराट के शतक, बड़े स्कोर की ओर भारत
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)