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ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच कैनबरा में खेले चौथे वनडे में कोहली और धवन के शतक भी भारत की हार के सिलसिले को नहीं तोड़ सके.
विराट कोहली और शिखर धवन के शतकों के बावजूद भारतीय टीम चौथे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत के करीब पहुंचकर 25 रन से हार गई जबकि ऑस्ट्रेलिया ने अपना विजय अभियान जारी रखते हुए श्रृंखला में 4-0 की बढ़त बना ली.
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिंच के शानदार शतक और डेविड वार्नर के 93 रन की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 348 रन बनाये.
जवाब में खेलने उतरी भारतीय टीम का 38वें ओवर में स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 277 रन था. लेकिन इसके बाद भारतीय टीम ने आखिरी नौ विकेट महज 46 रन जोड़ने में ही गंवा दिये.
ऑस्ट्रेलिया के लिये केन रिचर्डसन ने 10 ओवर में 68 रन देकर पांच विकेट लिये. कोहली और धवन ने दूसरे विकेट के लिये 212 रन जोड़कर टीम को मजबूत शुरुआत दी. लेकिन निर्णायक मौके पर दोनों गैर जिम्मेदाराना तरीके से आउट हो गए.
कोहली ने 92 गेंद में 11 चौकों और एक छक्के की मदद से 106 रन बनाये जो उनका 25वां वनडे शतक है. वहीं धवन ने लंबे अरसे बाद शतकीय पारी खेलते हुए 113 गेंद में 126 रन बनाये. इसमें 14 चौके और दो छक्के शामिल थे.
भारत को रोहित शर्मा ने आक्रामक शुरुआत दी जिन्होंने धवन के साथ पहले विकेट के लिये आठ ओवर में 65 रन जोड़े. केन रिचर्डसन ने रोहित को विकेट के पीछे मैथ्यू वेड के हाथों लपकवाकर इस साझेदारी को तोड़ा.
रोहित ने 25 गेंद में 41 रन बनाये जिसमें दो चौके और तीन छक्के शामिल थे. इसके बाद धवन और कोहली ने टिककर बल्लेबाजी करते हुए आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर दबाव बनाया. ऐसा लग रहा था कि भारत इस मैच के जरिये आस्ट्रेलिया दौरे पर पहली जीत का स्वाद चखेगा लेकिन जान हेस्टिंग्स ने 38वें ओवर में धवन को जॉर्ज बेली के हाथों लपकवाकर इस साझेदारी को तोड़ दिया.
खराब फार्म से जूझ रहे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी खाता भी नहीं खोल सके और अगले ही ओवर में हेस्टिंग्स की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देकर लौटे. मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर धोनी ने कहा कि चौथे वन-डे में हार की जिम्मेदारी वो लेते हैं.
भारत को सबसे करारा झटका 40वें ओवर में लगा जब खुलकर खेल रहे कोहली अपना विकेट रिचर्डसन को गंवा बैठे. इसी विकेट के साथ आस्ट्रेलिया ने मैच पर शिकंजा कस लिया.चोटिल अजिंक्य रहाणे हाथ में चार टांकों के बावजूद मैदान पर बल्लेबाजी के लिये उतरे लेकिन दो रन बनाकर रिचर्डसन का अगला शिकार हुए.
गुरकीरत सिंह (5) और रिषि धवन (9) जैसे नये खिलाड़ियों से दबाव में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने की उम्मीद थी लेकिन दोनों नाकाम रहे.
ऑस्ट्रेलिया को शानदार शुरुआत देते हुए फिंच और आरोन ने पहले विकेट के लिये 187 रन जोडे जबकि कप्तान स्टीवन स्मिथ ने 51 और ग्लेन मैक्सवेल ने 41 रन का योगदान दिया. फिंच ने 107 गेंद में नौ चौकों और दो छक्कों के साथ 107 रन बनाये जो उनका सातवां वनडे शतक है.
वहीं वार्नर ने 92 गेंदों का सामना करके अपनी पारी में 12 चौके और एक छक्का जड़ा. यह उनका 13वां वनडे अर्धशतक था. मेजबान टीम ने दो बदलाव करते हुए वार्नर और नाथन लियोन को टीम में शामिल किया.
वहीं भारतीय टीम में बरिंदर सरन की जगह भुवनेश्वर कुमार को शामिल किया गया. आर अश्विन इस मैच में भी टीम से बाहर रहे. फिंच और आरोन ने खुलकर खेलते हुए उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार की गेंदों पर आसानी से रन बनाये.
भारत के लिये ईशांत शर्मा ने 44 रन देकर सात और यादव ने तीन विकेट लिये. वार्नर ने अपना अर्धशतक 14वें ओवर में 46 गेंदों पर पूरा किया जबकि फिंच ने 61 गेंद में पचासा पार किया.
रविंद्र जडेजा को 17वें ओवर में गेंद सौंपी गई और उनके पहले ही ओवर में 15 रन बने. ऑस्ट्रेलिया के 100 रन 17वें ओवर में बने. रिषि धवन ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 10 ओवरों में 53 रन दिये.
अजिंक्य रहाणे को 20वें ओवर में फील्डिंग के दौरान हाथ में चोट लगी और वह लौटकर फील्डिंग को नहीं आये. उनके दाहिने हाथ में चार टांके आये हैं हालांकि वह बल्लेबाजी के लिये उतरे थे.
इस बीच वार्नर और फिंच ने 26वेंं ओवर में 150 रन पूरे किये. ईशांत ने 30वें ओवर में इस साझेदारी को तोड़ा जब उन्होंने वार्नर को बोल्ड किया.
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