advertisement
वीरेंद्र सहवाग... वो खिलाड़ी, जिसने क्रिकेट फील्ड पर बल्लेबाजी के सारे नियम बदल दिए. ट्विटर पर आए, तो सोशल मीडिया के बादशाह बन गए. कमेंट्री का माइक संभाला, तो बड़े-बड़े दिग्गज पीछे खिसक लिए. यानी वीरू जिस भी फील्ड में उतर जाएं, महफिल लूट लेते हैं.
इस वक्त सहवाग ऑल इन वन बन गए हैं . खैर, दुनिया को एंटरटेन और रोमांचित करने का जिम्मा तो उन्होंने 1999 में डेब्यू से ही ले रखा है.
वीरेंद्र सहवाग क्रिकेट जगत में अपनी तेज-तर्रार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं. विश्व क्रिकेट में सहवाग का दबदबा ऐसा था कि विरोधी गेंदबाज उनके नाम से भी कांपते थे. एक वक्त तो हाल ऐसा था कि लोग सिर्फ सहवाग की बैटिंग देखने के लिए ही टीवी खोलते थे. यानी सहवाग आउट, तो लोग लग गए अपने-अपने काम पर. टेस्ट क्रिकेट जैसे स्लो खेल को फास्ट एंड फ्यूरियस बनाने का श्रेय वीरू पाजी को ही जाता है.
आंकड़ों में उनके स्ट्राइक रेट को ही देख लीजिए.
वैसे तो सहवाग ने नवंबर 2009 में ट्विटर अकाउंट खोल लिया था, लेकिन उस पर ज्यादा एक्टिव वो क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद ही हुए. एक बार जो उन्होंने अपने जोक्स ट्विटर पर पोस्ट करने शुरू किए, सोशल मीडिया पर वीरू ही वीरू होने लगा.
वीरू की टूटी-फूटी शायरी लोगों को इतनी ज्यादा पसंद आई कि देखते ही देखते ट्विटर पर उनके 8 मिलियन से ज्यादा फॉलोवर बन गए. अब तो हाल ये है कि बड़े-बड़े ब्रैंड सहवाग से अपने लिए ट्वीट करवाते हैं.
अपने जोक्स से हंसाने वाले सहवाग सोशल मीडिया में ट्विटर तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि अब वो YouTube पर एक कॉमेडियन भी बन गए हैं. ‘वीरू के फंडे’ नाम से उन्होंने एक YouTube सीरीज शुरू कर दी है, जिसमें वो अपने ही अंदाज में सास को खुश रखने, इनकम टैक्स बचाने और इंग्लिश सीखने के फंडे बताते हैं.
जैसे वीरू की बैटिंग का इंतजार दर्शक किया करते थे, वैसे ही अब उनकी कमेंट्री सुनने के लिए फैन उत्साहित रहते हैं. सहवाग के कमेंट्री बॉक्स में आते ही हर कोई अपने टीवी से चिपक जाता है और फिर शुरू होते हैं हंसी-ठहाके. हाल ये है कि इंग्लिश कमेंट्री सुनने के शौकीन दर्शक भी अब हिंदी कमेंट्री वाला चैनल लगाकर मैच देखते हैं.
इस वक्त वीरेंद्र सहवाग अपने आप में एक बड़ा ब्रैंड बन चुके हैं. अमूमन रिटायरमेंट के बाद खिलाड़ियों का स्टारडम घटता है, लेकिन वीरू पाजी लगातार अपने फैंस की संख्या को दोगुना, तिगुना और चौगुना कर रहे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)