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21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का सफर शानदार रहा. भारत ने कुल 26 गोल्ड, 20 सिल्वर और 20 ब्रॉन्ज मेडल जीते. भारत का गोल्ड कोस्ट का सफर 2014 ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स से भी शानदार रहा. भारत इस बार मेडल टैली में तीसरे नंबर पर रहा. जबकि 2014 में भारत ने ग्लासगो में 64 मेडल जीते थे और मेडल टैली में पांचवें स्थान पर था. गोल्ड कोस्ट में पहले नंबर पर ऑस्ट्रेलिया है तो इंग्लैंड दूसरे नंबर पर.
भारत ने 11वें दिन 1 गोल्ड, 4 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज समेत 7 मेडल जीते. इस तरह भारत के अबतक के कॉमनवेल्थ गेम्स में कुल 504 मेडल हो गए हैं.
भारत की स्टार शटलर साइना नेहवाल ने 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में 11वें और आखिरी दिन रविवार को विमेंस सिंगल का गोल्ड मेडल अपने नाम किया. साइना ने फाइनल में अपने ही देश की पी.वी सिंधु को हरा कर गोल्ड अपने नाम किया है. साइना की इस जीत से भारत की झोली में 26वां गोल्ड मेडल आया है.
साइना ऐसे में कॉमनवेल्थ गेम्स में 2 गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई हैं. इससे पहले उन्होंने दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स-2010 में गोल्ड मेडल जीता था. भारत के लिए यह पहला मौका है, जब बैडमिंटन के महिला एकल का गोल्ड और सिल्वर मेडल दोनों ही उसके खाते में आए.
वर्ल्ड नंबर-1 भारतीय खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत को बैडमिनटन मेन्स सिंगल फाइनल में वर्ल्ड नंबर-7 के खिलाड़ी ली से हार के बावजूद सिल्वर मेडल मिला. ली ने श्रीकांत को 19-21, 21-14, 21-14 से हराया.
पुरुष युगल वर्ग में भी भारत को रजत पदक मिला. भारतीय जोड़ी को गोल्ड मेडल के लिए खेले गए मैच में 38 मिनट के भीतर इंग्लैंड की मार्कस एलिस और क्रिस लेंगरिज की जोड़ी ने सीधे गेमों में 13-21, 16-21 से मात दी.
चिराग और सात्विक की जोड़ी कॉमनवेल्थ गेम्स की पुरुष युगल स्पर्धा में मेडल जीतने वाली पहली जोड़ी बन गई है. इससे पहले कोई भी भारतीय पुरुष युगल जोड़ी मेडल जीतने में असफल रही थी.
भारत की महिला स्क्वॉश जोड़ी दीपिका पल्लिकल कार्तिक और जोशना चित्नप्पा ने महिला युगल के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. इसी के साथ दोनों गोल्ड मेजल से चूक गईं. जोशना-दीपिका की जोड़ी को गोल्ड के मुकाबले में न्यूजीलैंड की जोले किंग और अमांडा लैंडर्स मर्फी की जोड़ी से हार मिली. ऐसे में भारतीय जोड़ी को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा.
जोले और मर्फी की जोड़ी ने 21 मिनट तक चले मैच में दीपिका-जोशना की जोड़ी को 11-9, 11-8 से मात दी.
14 अप्रैल, शनिवार के दिन भारत की झोली में 8 गोल्ड गिरे. सबसे बड़ी बात ये कि कुछ खेलों में भारत ने पहली बार गोल्ड मेडल जीता. इन खेलों के इतिहास पर नजर डालें तो भारत हमेशा फिसड्डी रहा लेकिन इस बार खिलाड़ियों ने सीधा गोल्ड कब्जाया.
हरियाणा के रहने वाले 20 साल के नीरज चोपड़ा ने इतिहास रचते हुए कॉमनवेल्थ खेलों में पहली बार भारत के लिए कोई गोल्ड मेडल जीता. चोपड़ा को शुरू से ही गोल्ड का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और फाइनल में उन्होंने वैसा ही प्रदर्शन किया जैसी उनसे उम्मीद थी. चोपड़ा ने सीजन बेस्ट (86.47 मीटर) फेंकते हुए पोडियम में टॉप स्थान हासिल किया.
इससे पहले जैवलिन थ्रो में कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 दिल्ली में भारत के काशीनाथ नाइक ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
गेम्स के चौथे दिन कॉमनवेल्थ में भारतीय महिला टेबल टेनिस टीम ने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया. भारतीय टीम ने सिंगापुर को फाइनल में 3-1 से हराकर मेडल पर कब्जा किया. पहली बार ऐसा हुआ है कि भारतीय महिला टीम को टेबल टेनिस में गोल्ड मेडल मिला.
उसके बाद मनिता बत्रा ने महिला सिंगल्स में 14 अप्रैल, शनिवार को भारत के लिए गोल्ड जीता. ये इतिहास में किसी भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी का पहला गोल्ड है. साथ ही वो दो कॉमनवेल्थ गोल्ड जीतने वाली भी पहली महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं.
इसके अलावा बाकी खेलों में भारत का प्रदर्शन अभी तक बहुत शानदार रहा है. जरा नजर किस खेल में कितने गोल्ड मेडल मिले...
इस खेल में खिलाड़ियों ने सबसे पहले सोना बरसाया. भारत को वेटलिफ्टिंग में 5 गोल्ड, 2 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीते. भारत की ओर से सतीश कुमार शिवलिंगम, वेंकट राहुल, चानू मीराबाई, संजिता चानू और पूनम यादव ने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया.
यहां भी खिलाड़ियों का प्रदर्शन अभी तक दमदार रहा है. भारत को 2 गोल्ड, 3 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मिला है.
मुक्केबाजी में भारत को अभी तक 3 गोल्ड, 3 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल मिले हैं. मैरी कॉम, विकास कृष्णन और गौरव सोलंकी ने भारत को गोल्ड जिताए.
इस खेल में अभी तक भारत को 5 गोल्ड, 3 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल मिले. सुशील कुमार, बजरंग, राहुल अवारे, सुमित मलिक और विनेश फोगाट ने भारत को सोना जितवाया.
इस खेल में भारत को 3 गोल्ड, 2 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल मिला. पुरुष टीम, महिला टीम और महिला सिंगल्स में भारत ने गोल्ड जीते.
इस खेल में भारत को सबसे ज्यादा गोल्ड मिले. भारतीय निशानेबाजों ने 7 गोल्ड, 4 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल हासिल किए. जीतू राय, अनीश, संजीव राजपूत, मनु भाकर, हिना सिद्धू, तेजस्विनी सांवत और श्रेयसी सिंह ने भारत के लिए सोना जीता.
अभी तक यहां भारत के पास तीन मेडल आए हैं. 1 गोल्ड, 1 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज. जैवलिन थ्रो में यहां नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीता है.
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