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एडिलेड के मैदान पर हुआ T20 वर्ल्ड कप 2022 के दूसरे सेमीफाइनल मैच में भारत को इंग्लैंड से शर्मनाक हार मिली है. इंग्लैंड ओपनरों ने अपने साझेदारी से भारत को 10 विकेट से हार का स्वाद चखाया है. आखिर क्या थी इस हार की वजह? क्या गलतियां हुई? जानते हैं आज के मैच में खेले गए 216 बॉलों का हिसाब.
एडिलेड की पिच पर सेमीफाइनल के इस महत्वपूर्ण मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया. स्टोक्स के पहले ओवर में स्विंग करती गेंद के आगे भारत ने पहले ओवर में सम्भली हुई बल्लेबाजी कर बिना किसी विकेट के नुकसान पर छह रन बनाए.
वोक्स ने इंग्लैंड के लिए दूसरा ओवर किया और इस ओवर की चौथी गेंद पर राहुल, पिच पर हो रहे अतिरिक्त उछाल की वजह से विकेट के पीछे खड़े कप्तान बटलर को अपना कैच थमा बैठे. कोहली ने इसी ओवर की अंतिम गेंद पर अपना खाता भी खोला.
दर्शकों से खचाखच भरे इस स्टेडियम में सैम करन इंग्लैंड के लिए तीसरा ओवर लाए और उसमें एक रन देते हुए, उन्होंने भारतीय टीम पर दबाव बनाए रखा.
वोक्स के चौथे ओवर की पहली गेंद पर कोहली ने छक्का लगाकर भारत की रनगति को तेज किया तो इसके बाद करन और राशिद के ओवर में कप्तान रोहित ने भी अपने हाथ खोले.
भारतीय पारी का सातवां ओवर लिविंगस्टोन ने डाला जिनकी लेगब्रेक गेंदबाजी पर दोनों भारतीय दिग्गज बल्लेबाज सहज नजर आए.
मैच अभी तक तो दोनों टीमों की तरफ बराबर था पर आठ ओवर में मात्र 51 रन के बाद भारत को अब तेज रनगति के साथ रन बनाने की आवश्यकता महसूस हो रही थी.
जॉर्डन के नवें ओवर में रोहित इसी कोशिश में अपना विकेट गंवा बैठे.
अब भारत की तरफ से टी20 में धमाल मचा रहे विश्व के नम्बर एक ट्वेंटी ट्वेंटी बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव पिच पर आए और उन पर विराट के साथ मिलकर भारत को बड़े स्कोर की तरफ लेकर जाने की जिम्मेदारी थी.
इस वक्त भारत दस ओवरों में मात्र 62 रन बनाकर जूझती दिख रही थी.
एडिलेड के इस खूबसूरत मैदान पर इंग्लैंड के गेंदबाजों ने अब तक अपना दबदबा बनाया था पर स्टोक्स के ग्याहरवें ओवर में सूर्या के सुदर्शन चक्र की तरह चारों तरफ घूमकर लगते शॉट देख अंग्रेज झल्लाहट में दिखे. इससे पहले कि सूर्यकुमार इंग्लैंड टीम के लिए मुसीबत बनते, राशिद ने अगले ही ओवर उन्हें पैवेलियन चलता किया. अब हार्दिक मैदान पर थे और भारतीय खेमे के चेहरे पर कम रनों की चिंता भी दिखाई देने लगी थी.
वहीं लिविंगस्टोन और वोक्स ने भारतीय बल्लेबाजों का बल्ला शांत रखा हुआ था, हर भारतीय क्रिकेट फैन को अब विराट से एक विराट पारी की उम्मीद होने लगी.
पन्द्रहवें ओवर की समाप्ति पर भारत सौ रन पहुंच गया.
करन द्वारा फेंके गए सत्रहवें ओवर की पहली गेंद पर छक्का जड़ने के साथ हार्दिक ने इस ओवर में ग्यारह रन बटोरे और अब हार्दिक शॉट का ट्रिगर दब गया था. जॉर्डन के अगले ओवर में हार्दिक ने पहली दो गेंदों पर छक्के जड़ दिए, इसी ओवर में विराट ने 39 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया पर ओवर की अंतिम गेंद पर राशिद के हाथों में कैच थमा विराट पैवेलियन लौट गए.
उन्नीसवें ओवर में गेंद करन के हाथों में आई और अब हार्दिक को पंत का साथ मिला. तीन गेंदों में लगातार चौका, छक्का, चौका लगाते हार्दिक ने अपना अर्धशतक पूरा किया.
भारतीय पारी के आखिरी ओवर में जॉर्डन के सामने ऋषभ पन्त थे, जिन्होंने पहली ही गेंद पर सिंगल लेकर स्ट्राइक हार्दिक पांड्या को दे दी. इस गेंद में भी हार्दिक को सिंगल ही मिला. ओवर की तीसरी गेंद ऋषभ से छूट गई जिस पर हार्दिक ने दौड़ लगा दी, हार्दिक को आउट होता देख ऋषभ ने नॉन स्ट्राइकर एन्ड पर दौड़ लगाकर अपना विकेट कुर्बान कर दिया. ऋषभ की यह कुर्बानी बेकार नही गई, अंतिम गेंद पर हिट विकेट आउट होने से पहले 33 गेंदों पर 63 रन बनाकर अपने कैरियर की सबसे बेहतरीन पारी खेलते हार्दिक ने एक गगनचुंबी छक्का और दनदनाता चौका लगा लिया था.
इंग्लैंड की पारी बटलर और हेल्स के तूफान से शुरू हुई. भुवनेश्वर ने भारतीय पारी का पहला ओवर फेंका ,जिसमें बटलर ने 13 रन लूट लिए. भारतीय क्रिकेट के नए सितारे अर्शदीप ने दूसरे ओवर में आठ रन दिए पर भुवी के अगले ओवर में हेल्स के छक्के के साथ बारह रन आए.
इंग्लैंड की इस तेज़ शुरुआत से सहमे भारत ने अब इंग्लैंड की रनगति रोकने के लिए स्पिनर अक्षर पटेल पर विश्वास किया. अक्षर ने इस ओवर में अंग्रेज बल्लेबाजों का बल्ला थोड़ा शांत रखा पर शमी के अगले ओवर में हेल्स ने अपना रंग दिखाते छक्का-चौका लगाकर, भारतीय कप्तान के साथ हर भारतीय क्रिकेट फैन के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी.अक्षर हों या अश्विन दोनों स्पिनरों की गेंदबाजी पर इंग्लैंड के बल्लेबाजों के शॉट बाउंड्री पार पहुंचते रहे और अक्षर के आठवें ओवर में हेल्स ने ताबड़तोड़ पारी खेलते अपना अर्धशतक भी पूरा किया.
कमजोर फील्डिंग और स्पिन गेंदबाजी की वजह से हार्दिक के नवें ओवर के बाद इंग्लैंड का स्कोर बिना किसी विकेट के नुकसान पर 91 रन हो गया.
दसवें ओवर में गेंद फिर अर्शदीप के हाथों में थी, जिसमें उन्होंने सिर्फ सात रन दिए. अब लगा कि भारतीय गेंदबाज इंग्लैंड टीम पर थोड़ा दबाव बनाएंगे पर अगले ओवर में हार्दिक की पहली ही गेंद पर हेल्स ने फिर से छक्का लगाकर इस गलतफहमी को दूर किया. इस ओवर में अंग्रेजों ने अपने सौ रन भी पूरे किए.
इंग्लैंड को अब 54 गेंदों में सिर्फ 61 रन की जरूरत थी और उनके सारे विकेट अभी शेष थे. मैच के इस अहम पड़ाव में अनुभवी अश्विन ने गेंद थामी पर हेल्स आज अपने पूरे रंग में रहे और छक्के-चौके के साथ उन्होंने इस ओवर में 15 रन कूट दिए.
अब इंग्लैंड की जीत एक औपचारिकता भर नजर आ रही थी और भारत को जीत के लिए किसी चमत्कार की ही जरूरत थी.
गेंद साधारण दिख रहे हार्दिक के हाथों में थमाई गई और बटलर ने हार्दिक के ओवर में लगातार चौका-छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा करने के साथ हर भारतीय क्रिकेट फैन को आज निराश करने की नींव डाल दी.
तेरह ओवर की समाप्ति पर इंग्लैंड का स्कोर बिना किसी विकेट के नुकसान पर 140 रन हो गया.
जीत के लिए 40 गेंदों पर 29 रनों का पीछा करते बटलर किसी दबाव में नहीं दिख रहे थे और शमी की गेंद को तीन बार चौके-छक्के के लिए बाउंड्री पार पहुंचाते दिखे. यहां शमी की अंतिम गेंद पर भारत की कमजोर फील्डिंग दिखी जब सूर्यकुमार यादव ने कैच तो छोड़ा ही साथ में वह गेंद को बाउंड्री पार जाने से भी नही रोक सके. इस कमजोर फील्डिंग को ऋषभ ने अगले ओवर में भी जारी रखा जब उन्होंने हेल्स की स्टम्पिंग का आसान मौका छोड़ दिया.
इंग्लैंड की पारी का सोलहवां ओवर करने शमी, बटलर के सामने थे और इस ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का मारकर इंग्लैंड ने भारत पर दस विकेट से एकतरफा जीत हासिल करते हुए फाइनल में पाकिस्तान के साथ भिड़ंत का टिकट हासिल कर लिया.
हेल्स 47 गेंदों पर 86 रन बनाकर नाबाद रहे तो बटलर ने नाबाद रहते 49 गेंदों पर 80 रन बनाए.
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