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कोरोना के बढ़ते कहर और बायो बबल में प्लेयर्स और स्टॉफ में कोविड पॉजिटिव मामलों को देखते हुए इंडियन प्रीमियर लीग के इस सीजन यानी IPL2021 को अनिश्चित काल तक स्थगित करने का फैसला किया गया है. इस फैसले के बाद अब भारत में अक्टूबर-नवंबर के दरमियान होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन पर भी सवाल उठने लगा है. BCCI के एक अधिकारी ने कहा है कि हम सबसे आखिरी विकल्प के तौर पर UAE में आयोजन कर सकते हैं.
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि BCCI के अनुसार उसने UAE में आयोजित किए गए IPL2020 से 4000 करोड़ रुपये की कमाई की थी. बीसीसीआई को इस सत्र यानी IPL2021 से भी इतनी ही कमाई की उम्मीद थी. एक मैच के ब्रॉडकास्ट से भारतीय क्रिकेट बोर्ड को होने वाली औसतन कमाई की बात करें तो यह आंकड़ा लगभग 67 करोड़ रुपये के आस-पास रहता है.
अभी तक टूर्नामेंट के 60 मैचों में महज 29 मैच ही हो पाये हैं, अभी भी 31 मैच खेलने बाकी है.
ऐसे में अगर कमाई की बात करें तो सीधे तौर पर आधी रह जाती है. यानी कि 2000 करोड़ रुपये का सीधा नुकसान. वहीं सेंट्रल पूल नियम के तहत आठों टीम को लगभग 1000 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है. इस प्रकार कुल नुकसान की बात करें तो यह आंकड़ा 3000 करोड़ रुपये या उससे ज्यादा का भी हो सकता है.
स्पॉन्सरशिप के नजरिए से देखें तो यह टीमों और प्लेयर्स की कमाई का प्रमुख साधन है. विभिन्न ब्रांड के लोगों अपनी जर्सी और अन्य इक्यूपमेंट में लगाने के लिए करोड़ों रुपये चार्ज किया जाता है. रेवेन्यू की बात करें तो टीम कुछ करोड़ रुपये से लेकर 40 करोड़ तक ब्रांडों से वसूलती हैं. पिछली रिपोर्ट्स को देखें तो कमाई का यह आंकड़ा 500 करोड़ रुपये तक गया है. लेकिन इस बार डिजिटल राइट्स के बढ़ते दबदबे को देखते हुए इसे 600 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद थी. लेकिन बीच में टूर्नामेंट बंद होने के कारण इस रेवेन्यू में आधी कटौती हो सकती है. वहीं बीसीसीआई की बात करें तो यह हर साल लगभग 800 करोड़ रुपये स्पॉन्सरशिप से जुटाता है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इंडियन प्रीमियर लीग 2021 यानी IPL 14 के शुरु होने के कुछ दिन पहले तक आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने बीसीसीआई को यह सुझाव दिया था कि इस बार भी टूर्नामेंट का आयोजन UAE में किया जाए. इस बार भी काउंसिल की पहली पसंद UAE ही थी. एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड भी तुरंत अलर्ट हो गया था और अगर BCCI शॉर्ट नोटिस में वहां टूर्नामेंट करवाता तो वे पूरी तैयारी में थे. लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की तरफ इस तरफ कोई उत्सुकता नहीं दिखाई गई.
बीसीसीआई ने सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट का सफल आयोजन किया था, इसलिए वह IPL को देश में ही आयोजित करना चाहता था.
टाइम्स ऑफ इंडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस साल के आईपीएल में सबसे बड़ी कमी ट्रैवल प्लान की रही है. दुबई की बात करें तो वहां स्टेडियम के पास ही ठहरने की व्यवस्था थी और एक ही शहर में सभी जिससे ट्रैवल बहुत सुरिक्षत और आसान था. वहां यह दिनचर्या का हिस्सा बन गया था. वहीं अगर भारत के ट्रैवल प्लान की बात करें तो यहां शहरों में काफी दूरी है. इसके साथ ही भारत में ट्रैवल करते हैं तो उनको यह भी पता नहीं होता कि पायलट और अटेंडर को क्वॉरेंटाइन किया गया है या नहीं. वो सुरक्षित या नहीं इस पर भी संशय रहता है.
ICC के बड़े टूर्नामेंट्स में से एक T20 वर्ल्ड कप का आयोजन इस साल अक्टूबर-नवंबर के दौरान भारत में होना है. वहीं कोरोना की स्थित भी भयावह होती जा रही है. अभी कोविड की दूसरी लहर अपना कहर बरपा रही है. वहीं आगमी सितंबर के आस-पास तीसरी लहर की बातें भी हो रही हैं. ऐसे में खिलाड़ियों और टीम मेंबर्स की सुरक्षा को देखते हुए कड़े कदम उठाए जा सकते हैं.
ICC की ओर से कुछ समय पहले स्पष्ट संकेत दिए गए थे कि भारत में कोरोना संक्रमण को देखते हुए उन्होंने एक प्लान बी भी तैयार किया हुआ है. हालांकि ICC ने अपने प्लान बी के बारे में अभी तक तो कोई खुलासा नहीं किया है. वहीं BCCI ने भी प्लान बी तैयार किया है.
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा है कि टी20 विश्व कप के लिए UAE को स्टैंडबाय वेन्यू के तौर पर रखा गया है.
बीसीसीआई ने कहा है कि हमको भरोसा है कि टी20 विश्व कप अक्टूबर में भारत में ही होगा हालांकि इसे नौ की बजाए पांच शहरों में कराया जा सकता है.
बीबीसी को दिए गए एक इंटरव्यू में बीसीसीआई के जनरल मैनेजर धीरज मल्होत्रा ने कहा है कि बीसीसीआई के पास प्लान बी है, जिसके तहत टी20 विश्व कप UAE में आयोजित कराया जा सकता है. उन्होंने कहा है कि BCCI ने अभी आयोजन को लेकर कोई उम्मीद नहीं छोड़ी है, यदि भारत में इसका आयोजन नहीं हो पाया तो इसके यूएई में शिफ्ट कर दिया जाएगा.
आईसीसी की ओर से एक निरीक्षण दल को 26 अप्रैल को दिल्ली आकर आईपीएल के बायो बबल का जायजा लेना था, लेकिन भारत यात्रा पर लगे प्रतिबंध के कारण उनको अपना दौरा स्थगित करना पड़ा.
जून में आईसीसी की बैठक होनी है, जिसमें अंतिम फैसला किया जाएगा.
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