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लंबे विवाद के बाद आखिर मैरी कॉम और निकहत जरीन के बीच रिंग में टक्कर हो ही गई. इस बाउट को लेकर उत्सुकता जितनी थी, उम्मीद के मुताबिक उतनी ही गरमा-गर्मी भी रही. 6 बार की चैंपियन मैरी कॉम ने निकहत को आसानी से (9-1) हरा दिया. बाउट के बाद निकहत ने आरोप लगाया कि मैरी ने रिंग में उनके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया और मैत खत्म होने के बाद उनसे गले भी नहीं मिली.
अगस्त में शुरुआत हुए सेलेक्शन ट्रायल विवाद के बाद रविवार 28 दिसंबर को आखिरकार तेलंगाना की निकहत को मैरी के खिलाफ अपना दावा ठोकने का मौका मिला, लेकिन इंडिया ओपन की तरह ही यहां भी मैरी ने आसानी से निकहत को हरा दिया.
बाउट के बाद तेलंगाना बॉक्सिंग एसोसिएशन के अधिकारियों ने नतीजे को पक्षपातपूर्ण बताया. एसोसिएशन के सचिव एपी रेड्डी ने कहा कि उन्हें सही फैसला चाहिए और वो AIBA (इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन) से गुहार लगाएंगे.
वहीं निकहत ने कहा कि वो अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं और उन्होंने इंडिया ओपन के दौरान दोनों के बीच हुए मुकाबले से बेहतर प्रदर्शन इस बार किया.
हालांकि वो रिंग में मैरी कॉम के रुख से खुश नहीं दिखीं और आरोप लगाया कि उन्होंने मैरी को गले लगाना चाहा, लेकिन मैरी ने ऐसा नहीं किया.
निकहत ने साथ ही आरोप लगाया कि मैरी ने रिंग में उनको अपशब्द कहे.
बाउट के बाद गले न मिलने के निकहत के आरोपों पर मैरी ने कहा कि निकहत मीडिया के सामने बहुत कुछ बोलती रही और उनकी इज्जत नहीं की, तो वो क्यों निकहत को सम्मान दें.
6 बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरी कॉम ने 2019 में ही इंडिया ओपन के सेमीफाइनल में पूर्व जूनियर वर्ल्ड चैंपियन निकहत को हराया था. निकहत के खिलाफ उनकी इस जीत को ही अगस्त में वर्ल्ड चैंपियनशिप से पहले होने वाले ट्रायल का आधार बताया गया था और बिना ट्रायल के ही मैरी को रूस में हुई चैंपियनशिप में भेजा गया था. इसके बाद से ही निकहत ने सेलेक्शन को लेकर फेडरेशन के भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ आवाज उठाई थी.
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