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जापान (Japan) की राजधानी टोक्यो (Tokyo) में चल रहे पैरालंपिक (Tokyo Paralympics 2020) खेलों में आज का दिन भारत के लिए बेहद खास रहा. ये संयोग है कि राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन ही भारत की झोली में 3 पैरालंपिक पदक आए. तीसरा पदक डिस्कस थ्रोअर विनोद कुमार के हिस्से में आया, जिन्होंने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया.
डिस्कस थ्रोअर विनोद कुमार ने टोक्यो पैरालिंपिक में भारत को तीसरा पदक दिलाने के लिए एशियाई रिकॉर्ड के साथ पुरुषों की F52 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता.
41 वर्षीय बीएसएफ व्यक्ति, जिनके पिता ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में लड़ाई लड़ी थी, ने 19.91 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया और पोलैंड के पिओटर कोसेविक्ज़ (20.02 मीटर) और क्रोएशिया के वेलिमिर सैंडोर (19.98 मीटर) के बाद तीसरे स्थान पर रहे.
टोक्यो पैरालंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद डिसकस थ्रोअर विनोद कुमार के घर और आस के मौहल्ले में खुशी का माहौल है. पैरालंपिक में मेडल की खुशी में एथलीट के घर जमकर आतिशबाजी हुई और ढोल नगाड़े बजे साथ ही खूब मिठाइयां बांटी गई.
विनोद कुमार की मां अनीता ने कहा,
डिस्कस थ्रोअर विनोद कुमार के ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर उन्हें बधाई दी. प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा,
विनोद से पहले आज ही पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने महिला एकल क्लास 4 इवेंट में सिल्वर मेडल जीता. अपने पहले ही पैरालंपिक में भाविना पटेल सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रही. भाविना टेनिस पैरालंपिक में मेडल जीतने वाली पहली देश की पहली खिलाड़ी बन गई हैं.
हाई जम्पर निषाद कुमार ने 29 अगस्त को टोक्यो पैरालिंपिक 2020 में पुरुषों की ऊंची कूद T 47 स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता. उन्होंने 2.06 मीटर की छलांग लगाई और एशियाई रिकॉर्ड भी बनाया.
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