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भारत की युवा कुश्ती स्टार विनेश फोगाट ने पद्म पुरस्कारों के लिए अनदेखा किए जाने पर अपनी निराशा जाहिर की है. केंद्र सरकार ने शनिवार 25 जनवरी को 2020 के लिए पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया था. इसमें 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर मैरी कॉम समेत 8 खिलाड़ियों के नाम शामिल थे.
हालांकि सितंबर में खेल मंत्रालय की ओर से भेजी गई सूची में विनेश का नाम शामिल था, लेकिन उन्हें इस साल सम्मान के लिए नहीं चुना गया. इसी पर निराशा जताते हुए विनेश ने सम्मान के लिए चुने जाने के तरीके पर भी सवाल उठाया.
भारत के लिए पिछले साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली विनेश ने ट्वीट कर अपनी निराशा जाहिर की. उन्होंने लिखा,
विनेश ने आगे लिखा कि अक्सर सम्मान के असली हकदार इससे महरूम रह जाते हैं.
विनेश ने ये सवाल भी उठाया कि कौन अवॉर्ड देने वाली ज्यूरी में शामिल एथलीट किस आधार पर नाम तय करते हैं.
इस साल केंद्र सरकार ने बॉक्सर मैरी कॉम को पद्म विभूषण देने का फैसला किया है, जबकि बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु को पद्म भूषण के लिए चुना गया है.
इनके अलावा पूर्व क्रिकेटर जहीर खान, तीरंदाज तरुणदीप राय, महिला फुटबॉलर बेमबेम देवी, पूर्व हॉकी खिलाड़ी एमपी गणेश और निशानेबाज जीतू राय को पद्म श्री के लिए चुना गया है.
विनेश ने पिछले साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीतकर टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए कोटा जीता था. वो इस ओलंपिक के लिए कोटा हासिल करने वाली पहली भारतीय पहलवान थीं. इसके अलावा विनेश ने 2019 में एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
इसके अलावा विनेश ने 2019 में ही यासार डोगु जैसे प्रख्यात इंटरनेशनल टूर्नामेंट और पोलैंड ओपन में गोल्ड भी जीता था. साथ ही 2020 की शुरुआत भी विनेश ने रोम में हुए रैंकिंग टूर्नामेंट में गोल्ड जीतकर की.
विनेश ने इसके अलावा भी कई मेडल अपने नाम किए और इस साल टोक्यो ओलंपिक में भारत की ओर से मेडल की सबसे बड़ी उम्मीदों में से एक हैं.
2019 में ही भारत के पूर्व दिग्गज निशानेबाज जसपाल राणा ने भी द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए हुई अनदेखी के बाद निराशा जाहिर करते हुए पूरे सिस्टम पर ही सवाल खड़ा किया था.
भारत की जूनियर नेशनल पिस्टल शूटिंग टीम के कोच जसपाल राणा ने अवॉर्ड देने वाली ज्यूरी समेत कई लोगों पर अनदेखी का आरोप लगाया था और उनके फैसलों की तार्किकता पर सवाल खड़े किए थे.
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