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हंगरी (Hungary) में चल रही विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप (World Athletics Championship) में भारत (India) ने कमाल कर दिया है. भारत की मेंस रिले टीम ने 4x400 मीटर रिले रेस के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है. भारत ने पहली बार इस रेस में फाइनल में जगह बनाई है. भारतीय रिले टीम ने इस रेस को न सिर्फ तेजी से खत्म किया बल्कि समय के मामले में एशियाई रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर दिया है. इस 4x400 मीटर रिले रेस का फाइनल आज 27 अगस्त की रात को खेला जाएगा.
विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शनिवार को भारतीय मेंस 4×400 मीटर रिले टीम ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसकी बदौलत भारतीय टीम छ्ठे स्थान से सीधे दूसरे स्थान पर पहुंच गई.
भारतीय टीम के मोहम्मद अनस याहिया, अमोज जैकब, मोहम्मद अजमल वरियाथोडी और राजेश रमेश ने सेमीफाइनल के हीट 1 में दौड़ लगाई और अमेरिका को कड़ी टक्कर देते हुए फाइनल में जगह बनाई.
भारतीय मेंस रिले टीम ने चौंकाने वाला प्रदर्शन करते हुए केवल 2 मिनट 59.05 सेकंड का समय लेते हुए 4x400 मीटर रिले रेस को पूरा किया. इसके साथ ही भारत ने एशियाई रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया.
अभी तक का एशियाई रिकॉर्ड जापान के पास था. जापान ने 2 मिनट 59.51 सेकंड समय में 4x400 मीटर रिले रेस पूरा किया था. सेमीफाइनल में अमेरिका 2 मिनट 58.47 सेकंड के समय के साथ पहले स्थान पर रहा, जबकि ग्रेट ब्रिटेन ने 2 मिनट 59.42 सेकेंड के समय के साथ हीट 1 में अंतिम क्वालीफाइंग स्थान हासिल किया.
आज रविवार को चैम्पियनशिप के आखिरी दिन मेंस 4x400 मीटर रिले रेस का फाइनल होना है. अगर आज फाइनल में भारत जीत हासिल करता है तो भारत एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2023 का तीसरा मेडल अपने नाम कर लेगा.
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की शुरुआत 1983 से हुई थी. इस बार यह टूर्नामेंट हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में आयोजित हो रहा है.
भारतीय एथलीटों ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में अब तक केवल दो मेडल जीते हैं. जिसमें 2003 में अंजू बॉबी का विमेंस लॉन्ग जंप में ब्राॅन्ज मेडल और पिछले साल नीरज चोपड़ा का सिल्वर मेडल शामिल है. भारत अभी तक इसमें गोल्ड मेडल नहीं जीत सका है.
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