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रूस के उलान उदे में चल रही महिलाओं की वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गुरुवार 10 अक्टूबर का दिन भारतीय मुक्केबाजों के शानदार रहा. भारत ने इस चैंपियनशिप में 4 मेडल पक्के कर लिए. 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरी कॉम की अगुवाई में 4 भारतीय बॉक्सर चैपंयिनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहे.
दिन की शुरुआत अच्छी रही और भारत की महान बॉक्सर मैरी कॉम ने अपना क्वार्टर फाइनल मुकाबला आसानी से जीत लिया.
इसके साथ ही वर्ल्ड चैंपियनशिप के इतिहास में 8 मेडल जीतने वाली मैरी कॉम पहली मुक्केबाज बन गई हैं. आज तक कोई भी बॉक्सर (पुरुष या महिला) 8 मेडल नहीं जीत पाया है.
इसके बाद नंबर था मंजू रानी का. छठी सीड मंजू ने टॉप सीड उत्तर कोरियाई खिलाड़ी किम ह्यांग मी को 48 किलोग्राम वर्ग में 4-1 से हरा दिया. किम ने नई दिल्ली में आयोजित 2018 वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
वहीं पहली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में उतर रही जमुना बोरो ने भी अपना जलवा दिखाया. जमुना ने 54 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है. ये वर्ल्ड चैंपियनशिप के मौजूदा संस्करण में भारत का तीसरा मेडल है.
जमुना ने क्वार्टर फाइनल मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए जर्मनी की उर्सुला गोटलोब को 4-1 से करारी शिकस्त दी.
क्वार्टर फाइनल बाउट के बाद जजों ने भारतीय खिलाड़ी के पक्ष में 30-27, 29-28, 28-29, 29-28, 29-28 से फैसला सुनाया.
वहीं दिन में भारत की आखिरी मुक्केबाज थीं लवलीना बोरगोहेन. लवलीना ने भी भारत के लिए एक मेडल पक्का कर लिया. लवलीना ने 69 किलोग्राम वर्ग के क्वार्टर फाइनल में पोलैंड की कैरोलिना कोस्जेवस्का को 4-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. इसके साथ ही वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के 4 मेडल पक्के हो गए.
हालांकि दिन की इकलौती असफलता भारत को 81 किलो वर्ग में मिली. इस वर्ग में भारत की कविता चहल को बुल्गारिया की बॉक्सर ने 4-1 से हरा दिया.
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