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भारत और पाकिस्तान करीब एक साल बाद क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने होंगे, जब दुबई में बुधवार, 19 सितम्बर को एशिया कप 2018 के ग्रुप मैच में दोनों टीमें एक-दूसरे से मुकाबला करेंगी. आखिरी बार दोनों टीमें 2017 में इंग्लैंड में हुई चैम्पियन्स ट्रॉफी के फाइनल में भिड़ी थीं. तब पाकिस्तान ने 1992 विश्वकप के बाद पहली विश्वस्तरीय वनडे ट्रॉफी जीती था और भारत से बेहतर प्रदर्शन कर दिखाया था.
भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबले अब इतने कम हो गये हैं कि ज्यादातर भारतीय क्रिकेट प्रशंसक पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बारे में जानते तक नहीं. कई नये, युवा और रोमांचित करने वाली प्रतिभाओं के साथ पाकिस्तानी टीम वास्तव में न सिर्फ अपने प्रशंसकों के लिए, बल्कि भारतीय क्रिकेटरों के लिए भी एक रहस्य बन गयी है.
पाकिस्तान क्रिकेट के उन पांच नये चेहरों पर डालते हैं नजर जो आगामी एशिया कप में भारत के लिए खतरा बन सकते हैं-
फखर जमान की वह पारी भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को बहुत अच्छी तरह से याद होगी जिसमें उन्होंने ओवल के मैदान पर चैम्पियन्स ट्रॉफी के फाइनल में 114 रन बनाए थे. उनकी इस पारी की बदौलत ही पाकिस्तान 338 रनों का लक्ष्य खड़ा कर सका था, जिसे चेज करना भारत के लिए मुश्किल हो गया.
उसके बाद जमान ने बल्ले से जबरदस्त फॉर्म दिखाते हुए रिकॉर्ड तोड़ने वाले खिलाड़ी की छवि बना ली है. इस साल के शुरू में जमान वनडे मैचों में सबसे तेज हजार रन पूरे करने वाले खिलाड़ी बन गये. उन्होंने 21 साल पुराना सर विवियन रिचर्ड्स का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिसमें उन्होंने 21 पारियों में हजार रन बनाए थे. पाकिस्तान के इस सलामी बल्लेबाज ने महज 18 पारियों में यह उपलब्धि हासिल कर ली.
जिम्बाब्वे के खिलाफ उसी सीरीज में जमान ने नाबाद 201 रन बनाए और पाकिस्तान के पहले बल्लेबाज बन गये जिन्होंने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया हो. उसी मैच में जमान और इमाम उल हक ने एकदिवसीय मैचों में पहले विकेट के लिए 304 रन की सबसे लम्बी साझेदारी कर दिखलायी. इसकी बदौलत पाकिस्तान ने एकदिवसीय मैचों में अपना सबसे बड़ा 399 रन का स्कोर खड़ा कर दिखाया.
बाबर आजम को टीम में शामिल करने के बाद क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में तीसरे नम्बर पर भरोसेमंद बल्लेबाज की पाकिस्तान की प्रार्थना पूरी हो गयी है. आजम अंडर-19 टीम का दो बार हिस्सा रहे थे. पहली बार 15 साल की उम्र में 2010 में और बाद में 2012 में जब वे कप्तान बने. इस भूमिका में उन्होंने टीम की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाए. अपने करियर का आगाज उन्होंने बहुत शानदार तरीके से किया जब उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ 2015 में अपनी ही धरती पर अपने डेब्यू मैच में अर्धशतक ठोका.
2016 में आजम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ यूएई में लगातार तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक ठोके. दक्षिण अफ्रीका के क्विन्टन डी कॉक के बाद आजम सबसे पहले 5 एकदिवसीय शतक लगाने वाले खिलाड़ी हैं. 2017 में उन्होंने अपनी 25वीं पारी में पांचवां एकदिवसीय शतक लगाया. 25 पारियों के बाद उनके बनाए गये 1306 रन भी सबसे ज्यादा हैं. रनों की संख्या में उन्होंने जोनाथन ट्रॉट का रिकॉर्ड तोड़ा.
शानदार स्ट्रोक प्ले के लिए मशहूर इमाम उल हक ने पाकिस्तान के लिए 2017 में श्रीलंका के खिलाफ यूएई में डेब्यू किया था. पाकिस्तानी बल्लेबाजों के वर्तमान समूह में इमाम ने भी सीनियर क्रिकेट करियर की शानदार शुरुआत की है. रनों का सफलतापूर्वक पीछा करने में वो माहिर हैं और ऐसा करते हुए ही अपना पहला एकदिवसीय शतक बनाया.
अंडर-19 के दिनों से इमाम ने भारत के खिलाफ सफलता का स्वाद चखा था. 2012 में अंडर-19 एशिया कप के दौरान 5 मैचों में उनका औसत 45 रनों का था, जिनमें उनके तीन लगातार अर्धशतक शामिल थे. उन्होंने भारत के खिलाफ अंडर-19 में अपने पहले मैच में 88 रन बनाए थे.
जिम्बाब्वे के खिलाफ अपनी आखिरी एकदिवसीय सीरीज में इस खब्बू बल्लेबाज ने 79 रन का औसत रखा. पांच पारियों में इमाम ने 3 सैंकड़े जड़े. इसी सीरीज में उन्होंने फखर जमान के साथ रिकॉर्ड़तोड़ साझेदारी की. अपने चाचा इंजमाम उल हक के मुकाबले इमाम चुस्त फील्डर हैं.
2017 के चैम्पियन्स ट्रॉफी अभियान में पाकिस्तान की ओर से मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे हसन अली कभी एक्सप्रेस स्पीड फास्ट बॉलर नहीं रहे. पाकिस्तान ऐसे बॉलर समय-समय पर देता आया है, इसके बदले वो विविधता का सहारा लेते हैं.
चैम्पियन्स ट्रॉफी में हसन ने गेंद के साथ जादू दिखलाते हुए 5 मैचों में 13 विकेट लिए. दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और सेमीफाइनल में इंग्लैड के खिलाफ तीन-तीन विकेट और बाद में भारत के खिलाफ भी यही प्रदर्शन असली वजह थी कि पाकिस्तान ने चैम्पियन्स ट्रॉफी में जीत हासिल की. इसी साल हसन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में और वेस्टइंडीज के खिलाफ गुयाना में 5-5 विकेट लिए.
हारिस को विश्वकप 2015 की टीम में ऑलराउन्डर के तौर पर शामिल किया गया था और उन्होंने 6 मैचों में 177 रन बनाकर अपनी जिम्मेदारी पूरी की. विश्वकप के बाद हारिस ने पांच मैचों में 4 अर्धशतक लगाए. फिर भी वो दो साल के लिए टीम से बाहर हो गये. हारिस 2017 में चैम्पियन्स ट्रॉफी के लिए टीम में शामिल किए गये हालांकि वो वास्तविक टीम का हिस्सा नहीं थे लेकिन फिटनेस टेस्ट में उमर अकमल के फेल होने के बाद हारिस को उनके स्थान पर मौका मिला.
हारिस ने अब तक जो 24 एकदिवसीय मैच खेले हैं उनमें उन्होंने बेहतरीन 44.35 के औसत से 837 रन बनाए हैं. अब तक वो 9 अर्धशतक लगा चुके हैं. लेफ्ट आर्म ऑर्थोडॉक्स बॉलर हारिस ने 24 एकदिवसीय मैचों में 10 विकेट लिए हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 45 रन देकर तीन विकेट रहा है.
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