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भारत की स्टार शटलर साइना नेहवाल ने 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में 11वें और आखिरी दिन रविवार को विमेंस सिंगल का गोल्ड मेडल अपने नाम किया. साइना ने फाइनल में अपने ही देश की पी.वी सिंधु को हरा कर गोल्ड अपने नाम किया है. साइना की इस जीत से भारत की झोली में 26वां गोल्ड मेडल आया है.
लंदन ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडल विजेता साइना ने सिंधु को 56 मिनट तक चले इस कड़े मुकाबले में 21-18, 23-21 से हराया.
भले ही सिंधु हार गई हों लेकिन उन्होंने सिल्वर मेडल पर कब्जा जरूर जमा लिया है. मतलब गोल्ड और सिल्वर दोनों भारत के नाम.
वर्ल्ड नंबर-1 भारतीय खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत को बैडमिनटन मेन्स सिंगल फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. वर्ल्ड नंबर-7 के खिलाड़ी ली ने श्रीकांत को एक घंटे और पांच मिनट तक चले मैच में श्रीकांत को 19-21, 21-14, 21-14 से हरा दिया.
किदांबी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 21-19 से पहला गेम तो जीत लिया था. लेकिन दूसरे गेम में ली चोंग ने वापसी की और 14-21 से दूसरा गेम जीत लिया. वहीं आखिरी गेम भी ली ने 14-21 से जीत कर गोल्ड मेडल पर अपना कब्जा जमा लिया. हालांकि किदांबी के हाथ सिल्वर मेडल लगा.
भारत की महिला स्क्वॉश जोड़ी दीपिका पल्लिकल कार्तिक और जोशना चित्नप्पा ने महिला युगल के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. इसी के साथ दोनों गोल्ड मेजल से चूक गईं. जोशना-दीपिका की जोड़ी को गोल्ड के मुकाबले में न्यूजीलैंड की जोले किंग और अमांडा लैंडर्स मर्फी की जोड़ी से हार मिली. ऐसे में भारतीय जोड़ी को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा.
जोले और मर्फी की जोड़ी ने 21 मिनट तक चले मैच में दीपिका-जोशना की जोड़ी को 11-9, 11-8 से मात दी.
न्यूजीलैंड की जोले और मर्फी की जोड़ी ने शुरुआत से ही मैच पर अपना दबदबा बनाय हुआ था. पहले गेम में 3-3 से बराबरी कर ली थी, लेकिन इसके बाद दीपिका-जोशना पिछड़ गईं और 9-11 से हार गई. दूसरे गेम में भारतीय जोड़ी अपनी लय को फिर से हासिल नहीं कर पाई और ऐसे में इस गेम को भी 11-8 से हार गईं.
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी
भारत के नाम 26 गोल्ड, 19 सिल्वर, 20 ब्रॉन्ज मेडल
मेडल रैंकिंग में तीसरे नंबर पर भारत
1934 में भारत ने पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लिया था
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