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करीब 4 महीने पहले तक भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे बल्लेबाज अंबाती रायडू ने बुधवार 3 जुलाई को क्रिकेट से संन्यास ले लिया. रायडू ने क्रिकेट सभी प्रारूपों और सभी स्तर से संन्यास की घोषणा की है. यानी अब वो घरेलू क्रिकेट या इंडियन प्रीमियर लीग में भी खेलते हुए नहीं दिखाई देंगे.
रायडू को 15 अप्रैल को वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई भारतीय टीम में जगह नहीं मिली थी. उनकी जगह विजय शंकर को मौका दिया गया था. हालांकि रायडू और ऋषभ पंत को स्टैंडबाय पर रखा गया था.
इस बीच वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया के 2 खिलाड़ी घायल हो गए और उनके स्थान पर दूसरे खिलाड़ियों को शामिल करना पड़ा.
इस ऐलान के 2 दिन बाद ही रायडू ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया. रायडू ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को ईमेल के जरिए अपने फैसले की जानकारी दी. हालांकि, अपने ईमेल में रायडू ने इस फैसले की वजह का जिक्र नहीं किया, लेकिन बीसीसीआई और भारतीय कप्तानों को धन्यवाद कहा.
यहां पढ़िए रायडू का पूरा ईमेल
“मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैंने क्रिकेट से पूरी तरह अलग होने का फैसला किया है और खेल के हर प्रारूप और हर स्तर से संन्यास लेने का फैसला किया है. मैं इस मौके पर बीसीसीआई और हैदराबाद, बड़ौदा, आंध्र और तेलंगाना समेत उन सब राज्य क्रिकेट एसोसिएशनों का धन्यवाद देना चाहता हूं, जिनके लिए मैंने क्रिकेट खेला. मैं आईपीएल की फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स को भी उनके समर्थन के लिए धन्यवाद करना चाहता हूं. अपने देश का प्रतिनिधित्व करना एक सम्मान की बात रही.
मैं अपने कप्तानों, एमएस धोनी, रोहित शर्मा और खासतौर पर विराट कोहली का भी धन्यवाद करना चाहता हूं, जिनकी कप्तानी में मुझे खेलने का मौका मिला और जिन्होंने मेरे करियर के दौरान हमेशा मुझ पर बेहद भरोसा जताया. 25 साल तक क्रिकेट खेलने का ये सफर बेहद शानदार रहा, जिसमें मैंने हर स्तर पर, कई तरह के उतार-चढ़ाव से बहुत कुछ सीखा. अंत में मैं अपने परिवार और शुभचिंतकों को भी धन्यवाद देना चाहूंगा. वो हमेशा इस सफर में मेरे साथ रहे.”
धन्यवाद
आपका
अंबाती रायडू
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